सिर्फ बयानबाजी नहीं, जमीनी स्तर पर कार्यवाही की आवश्यकता – पंकज तिवारी

लखनऊ। जहां मोदी और योगी संपूर्ण भारतवर्ष को विश्व के ऊंचाई शिखर पर ले जाने के लिए प्रयासरत हैं वहीं दूसरी तरफ उनके अंतर्गत आने वाले विभाग ही उनकी सोच में पलीता लगाने का काम कर रहे हैं और इस का जीता जागता उदाहरण है प्रदेश की राजधानी लखनऊ की मुख्य बाजार अमीनाबाद है। जहां कई वर्षों से बड़े बड़े वादे और दावे तो होते रहे परंतु ना तो वहां के निवासियों के स्वास्थ्य की चिंता है ना वहां फैल रहे अतिक्रमण को हटाने की जरूरत महसूस कर रहे है और ना ही सुरक्षा व्यवस्थाओं में सोचा जा रहा है। यह बात लखनऊ जनविकास महासभा के प्रतिनिधि मंडल द्वारा अमीनाबाद क्षेत्र का दौरा करने के बाद संस्थापक संयोजक पंकज कुमार तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता मोहित रावत महासभा के महामंत्री राम तिवारी जनसंपर्क प्रभारी अरविंद शुक्ला सहित क्षेत्रीय निवासी एवं व्यापारी भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान घनी आबादी एवं प्रताप मार्केट के ठीक पीछे स्थित खुले कूड़े घर में बीच सड़क पर कूड़ा जलाकर ना केवल लोगों के स्वास्थ्य खिलवाड़ किया जा रहा है। वरन लोगों की सुरक्षा को भी दरकिनार कर रखा गया है यही हाल नियामत उल्ला रोड पर बरसों से सड़क पर झोपड़पट्टी डालें रह रहे अतिक्रमण करे हुए लोगों का भी है अतिक्रमण की हालत यह है की अच्छी खासी चैड़ी रोड गली के रूप में तब्दील होकर रह गई है घनी आबादी और बड़ी मार्केट के बीच इस अतिक्रमण से लोगों का निकलना मुहाल है वही ऐतिहासिक जनाना पार्क में धार्मिक स्थल की आड़ में कब्जे का प्रयास चल रहा है परंतु नगर निगम आंखें मूंदे बैठा हुआ है और लखनऊ की मेयर अमीनाबाद को सुधारने के लिए मास्टर प्लान बना रही हैं केवल नगर निगम ही नहीं स्टेट बैंक के सामने विद्युत उपकेंद्र की भी लापरवाही साफ झलक रही है जहां पर खुले पड़े बिजली के बॉक्स उसमें से झलकते कट आउट मौत का आमंत्रण दे रहे हैं क्षेत्र के निवासी एवं व्यापारी आक्रोशित हैं अपने जनप्रतिनिधियों तक बात पहुंचाते हैं परंतु मामला ज्यों का त्यों , व्यापारियों का व्यापार ठप हो रहा है किसी बड़ी अनहोनी से करोड़ों का नुकसान होने की बराबर संभावनाएं हैं लखनऊ जनविकास महासभा द्वारा इस तरह की अव्यवस्था देखने के पश्चात महासभा के संस्थापक संयोजक पंकज कुमार तिवारी ने मांग की है कि जिस प्रकार अमीनाबाद को लेकर के अभी तक आने वाली सारी राजनीतिक पार्टियां एवं सरकारें सिर्फ राजनीति ही करती रही हैं योगी सरकार में क्षेत्रीय लोगों को इस बात की उम्मीद जरूर जगी है की अब इन समस्याओं से निजात मिल जाएगी परंतु जिस प्रकार सरकार के एक साल पूरा होने के पश्चात भी अमीनाबाद का जो हाल है उससे लोगों की आशाएं निराशा में बदलती जा रही हैं। अतः शहर की मेयर एवं संबंधित अधिकारियों को बयान बाजी कर सरकार को खुश करने के बजाय क्षेत्रीय व्यापारियों एवं स्थानीय निवासियों की समस्याओं को लेकर जमीनी स्तर पर काम करें और अगले एक वर्ष तक कम से कम प्रति सप्ताह दो से तीन बार स्वयं अमीनाबाद जाकर देखें कि जो बयान दिए जा रहे हैं उन पर शासन प्रशासन के अधिकारी कितना अमल कर रहे हैं महासभा के संस्थापक पंकज कुमार तिवारी ने बताया कि यदि जल्द से जल्द इन समस्याओं का निस्तारण जमीनी स्तर पर योगी सरकार द्वारा नहीं कराया गया तो क्षेत्र की जनता का एवं व्यापारियों का आक्रोश का परिणाम 2019 के चुनाव में संभवतः ना केवल दिखाई पड़ेगा वरन क्षेत्रीय व्यापारी और जनता भी सड़कों पर उतर कर विरोध करने पर विवश होगी ।