नाईपर रायबरेली में नैनो आधारित चिकित्सा पर संगोष्ठी का आयोजन
राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (नाईपर, रायबरेली ) आज 'न्यूरोडिजेनेरेटिव रोगों के लिए नैनो आधारित चिकित्सा' पर अपना 10 वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी शुरू हुई| कार्यक्रम की शुरुआत लाइटिंग ऑफ़ लैंप के साथ हुआ, निदेशक एनाईपर, रायबरेली डॉ एस जे एस फ्लोरा ने सभी का स्वागत करते हुए 10 वां राष्ट्रीय संगोष्ठी के सम्बन्ध में विस्तार से प्रकाश डाला | उसके बाद मुख्य अतिथि क्रमशः डॉ वीण् रविचंदिरण, निदेशक नाईपर, कोलकाता, प्रोफेसर मानस कुमार मंडल भूतपूर्व निदेशक जनरल ए डी आर डी ओए नई दिल्ली एवं प्रतिष्ठित अतिथि प्रोफेसर आई आई टी, खरगपुर, प्रोफेसर आलोक धवन निदेशक, सी एस आई आर/ सी डी आर आई ए लखनऊ एवं डॉ एस जे एस फ्लोरा, निदेशक, नाईपर, रायबरेली ने संयुक्त रूप से सोवेनियेर का पुस्तिका निष्पादित किया| प्रोफेसर मानस कुमार मंडल भूतपूर्व निदेशक जनरल ए डी आर डी ओए नई दिल्ली ने अपने व्याख्यान ' कोगनिटिव साइंस / ए मल्टी दिस्सिप्लिनरी पर्सपेक्टिव ' पर अपना व्याख्यान दिया |

संगोष्टी के दौरान मुख्य अतिथि डॉ मानस कुमार मंडल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए न्यूरोडिजेनेरेटिव रोगों की बढ़ती संख्या के बारे में अपनी चिंता जाहिर कि और इस बात पर बल दिया कि फार्मा उद्योग को अच्छा रवैया अपनाते हुए सही सोच के साथ सही दिशा में आगे बढ़ने कि आवश्यकता है| उन्होनें बताया कि औषध की खोज से मरीजों तक उसका क्रियान्वन एक चुनोतिपूर्ण लक्ष्य रहा है और इसके लिए आज एक सम्मिलित प्रयास कि जरुरत है ताकि डीमेंसिया जैसे निदानहीन रोगों के लिए दवाओं का अविलम्ब विकास किया जा सके| स्पेशल व्याख्यान में समारोह के सम्माननीय अतिथि प्रोफेसर आलोक धवन निदेशक ए सी एस आई आर / सी डी आर आई ए लखनऊ ने 'नैनोमातेरिअल टॉक्सिकोलॉजी चैलेंज एंड ओप्पेर्चुनिटी ' पर प्रकाश डाला| उसके बाद साइंटिफिक सेशन की शुरुआत हुई 'न्यूरोडिजेनेरेटिव रोगों के लिए नैनो आधारित चिकित्सा, जिसमें व्याख्यान 1 में प्रोफेसर पंकज सेठ ए एन बी आर सी ए मानेसर ने अपने व्याख्यान ' ए नावेल मॉडल फॉर वायरस इन्दुसद न्यूरो देगेनेरातिव दिसअसेसश् पर प्रकाश डाला| व्याख्यान 2 में डॉ सुनील कुमार दुबे, बिट्स पिलानी ने अपना व्याख्यान दिया जिसके चेयरपर्सन्स डॉ राकेश शुक्ल व डॉ एस के पूरी थे द्य डॉ शैलजा भट्टाचार्य व डॉ ए के के चेयरपर्सन्स के अन्दर सेशन दो कि शुरुआत हुई , जिसमें प्रोफेसर रजत संधीर ए पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़, डॉ बृजेश श्रीवास्तव , अहमदाबाद, प्रोफेसर आर के गोएल ए पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला ने अपना व्याख्यान दिया| सेशन .3 में डॉ निहार रंजन व डॉ संजीव सिंह के चेयरपर्सन्स में पोस्टर प्रेजेंटेशन हुआ, जिसमें नाईपर,रायबरेली के छात्रए सागर यूनिवर्सिटी, मध्यप्रदेश के छात्र, ए मिटी यूनिवर्सिटी नॉएडा ए वनस्थली यूनिवर्सिटी राजस्थान आदि के छात्रों ने अपना पोस्टर प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया| वैज्ञानिक द्वारा पोस्टर के सम्बन्ध में छात्रों से जानकारी एकत्रित कि गयी, छात्रों ने अपने प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपना अनुभव साझा किया| पोस्टर प्रेजेंटेशन के विजेता कि घोषणा कल कि जाएगी| विभिन्न फार्मा कंपनी का इनस्टॉल नाईपर,रायबरेली में लगा था| छात्रों द्वारा इनस्टॉल पर विभिन्न प्रकार के उपकरणों के बारे में जानकारी पूछी गयी तथा वह लाभान्वित मह्सूस कर रहे थे| संगोष्ठी के द्वारा न्यूरोडिजेनेरेटिव रोगों के क्षेत्र में हालिया प्रगति पर हो रहे सभावना के लिए भारतीय वैज्ञानिकों ने अपने किये गए शोध कार्य के बारे में अपनी व्याख्यान प्रस्तुत किया । अल्जाइमर रोग के उपचार लिए दवा का विकास एक बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य है जहाँ विफलता की संभावना ९९ प्रतिशत है। इस संगोष्ठी के द्वारा चिकित्सक, औषधीय रसायनविज्ञ और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े अनुभवी शोधकर्ता साझे मंच पर न्यूरोडेगनेरेटिव रोगों के औषधि विकास मे आने वाली जटिलताओं पर विचार.विमर्श करेंगे| इस संगोष्ठी को औषध विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन को कई सत्रों मे बाँटा गया है जिसमे शोधकर्ता एवं छात्र हिस्सा लेंगे। छात्र एक पोस्टर सत्र के दौरान अपने शोध निष्कर्षों को भी पेश करेंगे। डॉ एस जे एस फ्लोरा, निदेशक, नाइपर रायबरेली, ने इस संगोष्ठी के आयोजन पर अतीव प्रसन्नता व्यक्त की है। इस संगोष्ठी के द्वारा शैक्षिक संस्थानो और फार्मा उद्योग के बीच मौजूद खाई को भरने के प्रयासों पर भी चर्चा की गयी ताकि छात्रों के रोजगार के अवसरों में वृद्धि लाई जा सके । यह संगोष्ठी युवा वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए एक मंच प्रस्तुत करेगी जिससे वो अपने शोध कौशल और क्षमताओं के विस्तार के लिए आवश्यक नेटवर्किंग कर सकेंगें ।इस अवसर पर 10 वीं संगोष्ठी के सचिव डॉ अवनीश मिश्र, डॉ केशरीनाथ तिवारी, डॉ एल के पुली, डॉ निहार रंजन, डॉ कोल्हे, डॉ आभा शर्मा, डॉ सबा नकवी, डॉ संजीव सिंह, डॉ दीपक यादव, डॉ राहुल शुक्ल आदि मौजूद थे|