नई दिल्ली: फेसबुक के पांच करोड़ सदस्यों से जुड़ी जानकारियों का दुरुपयोग करने का आरोप कैंब्रिज एनालिटिका पर लगा है. इस पर सूचना प्रौद्योगिक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि कैंब्रिज एनालिटिका ने चुनावों को हनी ट्रैप और फेक न्‍यूज से प्रभावित करने की कोशिश की है. कैंब्रिज एनालिटिका भारत, नाइजीरिया जैसे देशों में काम किया और हम प्रेस की आजादी का पूरा समर्थन करते हैं. मैं कानून और आईटी मंत्री के तौर पर कह रहा हूं कि सोशल मीडिया जिसमें फ़ेसबुक शामिल है का दुरुपयोग कर चुनावों को प्रभावित करने को न तो हम टॉलरेट करेंगे और न ही मंजूरी देंगे.

उन्‍होंने कहा कि मार्क जुकरबर्ग भारत के आईटी मंत्री के शब्‍दों चिहिन्‍त कर लें. हम ऐसे किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो आपको बुलाया भी जा सकता है.

टिप्पणिया आपको बता दें कि कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक के पांच करोड़ सदस्‍यों से जुड़ी जानकारियों का दुरुपयोग करने आरोप लगा है. इसके बाद कंपनी ने अपने चीफ एक्जीक्यूटिव अलेक्जेंडर निक्स को सस्पेंड कर दिया है. कैंब्रिज एनालिटिका वहीं कंपनी है जिसने 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेनिंग की थी.

गौरतलब है कि फेसबुक के शेयर लुढ़क गए है. बाज़ार भाव से क़रीब 40 अरब डॉलर का नुक़सान हुआ है. दुनिया के सबसे अमीर लोगों के फोर्ब्स लाइव ट्रैकर के मुताबिक मार्क जुकरबर्ग की अपनी दौलत को 5.5 अरब से 6.9 डॉलर तक की चोट पड़ गई. फिर उसकी जांच भी शुरू हो गई है. सीनेट की न्यायिक समिति ने फेसबुक, ट्विटर और गूगल के सीईओ को सुनवाई के लिए बुलाया. और अब डिलिट फेसबुक कैंपेन शुरू हो गया है, जिसमें कई बड़ी आवाज़ें शामिल हैं. मामला पांच करोड़ यूजर्स की सूचनाओं के लीक और इस्तेमाल का है.