लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने बिहार के गोपालगज में सक्रिय माफिया सतीश पांडेय गैंग के शूटर पप्पू श्रीवास्तव को लखनऊ में गिरफ्तार किया है. पप्पू ​गोपालगंज के विशम्भरपुर थाना क्षेत्र के तिवारी मटिहनियां का रहने वाला है. एसटीएफ को सूचना मिली कि बिहर से फरार अपराधी पप्पू श्रीवास्तव पूर्वी उत्तर प्रदेश में सक्रिय है. अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद चतुर्वेदी ने इस पर बिहार पुलिस से संपर्क कर पप्पू के विषय में जानकारी इकट्ठा की. इस दौरान पता चला कि पप्पू सतीश पांडेय और राजन तिवारी का शूटर है. उसने एके-47 से भी कई घटनाओं को अंजाम दिया है.

पता चला कि पप्पू इस समय गोरखपुर के उन माफियाओं के संपर्क में है, जो पहले सतीश पांडेय के साथ काम कर चुके हैं. इसके बाद बिहार पुलिस से एक ऐसी टीम भेजने का अनुरोध किया गया, जिसे पप्पू के विषय में अच्छी जानकारी हो. इसके बाद मंगलवार को लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र से एसटीएफ और गोपालगंज पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

पहली बार वह 1993 में चीनी से लदी ट्रक को लूटने में जेल गया था. इसके बाद 2002 में उसने एके 47 का इस्तेमाल कर अनिल राय की हत्या की. 2005 में उसने गोपालगंज में ठेकेदार जेपी यादव की हत्या भी इसी से की. इस घटना के बाद तत्कालीन रेलमंत्री खुद मोके पर पहुंचे थे. इसके बाद उसने नवल तिवारी की हत्या की. उसने बताया कि सतीश पांडेय के पास एक समय 6 एके 47 रायफल हुआ करती थीं, जो वह हत्या करने के लिए ​देता था. वहीं राजन तिवारी के पास भी कई एके 47 रायफल थीं.

पता चला कि गोपालगंज के थाना विशम्भरपुर पर पप्पू श्रीवास्तव की हिस्ट्रीशीट संख्या एक-99 खुली हुई है. उसके खिलाफ 12 से अधिक गंभीर मामलों में मुकदमे चल रहे हैं. उसे कभी भी जिल पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी थी. यहां तक कि पुलिस रिकॉर्ड में उसकी आज तक कोई फोटो भी उपलब्ध नहीं थी.