नई दिल्ली: नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार के अनुसार स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में गुजरात पिछड़ता जा रहा है। रविवार को एक कार्यक्रम में राजीव कुमार ने कहा कि गुजरात ने औद्योगीकरण में काफी अच्छा काम किया है, लेकिन स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्रों में इसे अभी और काम करने की जरूरत है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष गुजरात एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। वहां उन्होंने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात की। यहां मुख्यमंत्री एवं अधिकारियों से मुलाकात के बाद राजीव कुमार ने कहा, ‘शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में गुजरात की उपलब्धियां औद्योगीकरण, बुनियादी ढांचे और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों की उपलब्धियों की तरह नहीं है, यह इन दो (स्वास्थ्य एवं शिक्षा) क्षेत्रों में पीछे है। मैंने राज्य सरकार से इस बारे में बात की।’

यहां राजीव कुमार ने कहा कि उन्हें सरकार से यह जानकर खुशी हुई कि 2018-19 के लिए शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर बजटीय आवंटन बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात इस साल स्वास्थ्य के क्षेत्र में ‘बड़ी सफलता’ की योजना बना रहा है और जिला कलक्टरों से कहा गया है कि वे बाल कुपोषण एवं मातृ मृत्यु अनुपात की तरफ विशेष ध्यान दें। राजीव कुमार ने कहा कि नीति आयोग प्रस्तावित तटीय आर्थिक क्षेत्रों की स्थापना में गुजरात की मदद करेगा। तटीय आर्थिक क्षेत्रों का मकसद राज्य के तट के पास आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है।