लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि उपचुनाव में मिली हार के बाद अब मुख्यमंत्री विकास की बात करने लगे हैं. उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री स्टैंडअप इंडिया, डिजिटल इंडिया और एक्सप्रेसवे की बात कर रहे हैं. ये देखकर अच्छा लग रहा है. जब विकास की बात होगी तो लोगों का भला होगा.

इससे पहले सपा मुख्यालय में बीएसपी के पूर्व विधायक इरशाद खान, पूर्व एमएलसी प्रदीप सिंह, योगी सरकार में मंत्री सवामी प्रसाद मौर्या के दामाद डॉ नवलकिशोर और बिग बॉस सीजन-2 विजेता आशुतोष कौशिक ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया.

इसके बाद अखिलेश यादव ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा, “सपा और बसपा के कार्यकर्ताओं को जीत के लिए बधाई देता हूं. सपा-बसपा कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर भी धन्यवाद देना चाहिए. आने वाले चुनावों में बूथ स्तर तक काम करना है. चुनाव में नतीजे कुछ भी आएं लेकिन मेहनत करनी है. उपचुनाव में हार का ही नतीजा है कि मुख्यमंत्री अब विकास की बात करने लगे हैं."

मुख्यमंत्री ने इस दौरान बीटीसी के प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को कुछ अभ्यर्थी उनसे मिले. हाईकोर्ट में पूरी नियुक्ति की लिस्ट तैयार है. लेकिन सरकार नियुक्ति पत्र नहीं दे रही है क्योंकि यह भर्तियां सपा कार्यकाल में हुई थी. हालांकि मुझसे अभ्यर्थियों के साथ मुलाक़ात होने के बाद मुख्यमंत्री भी मिले. अखिलेश ने कहा कि इसके बाद मुख्यमंत्री ने छात्रों की समस्या सुनी. अगर मेरे मिलने से मुख्यमंत्री मिलेंगे तो मैं चाहूंगा की लोग पहले मुझसे ही मिल लें.

अखिलेश यादव ने राज्यसभा चुनाव को लेकर पूछे गए एक सवाल पर कहा कि बीजेपी ने एक अतिरक्त उम्मीदवार खड़ा कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि जब उनके पास संख्या नहीं है तो 9वां उम्मीदवार क्यों खड़ा किया? और उम्मीदवार किसे बनाया? सुना है कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में काम कर चुके हैं. जाहिर सी बात है कि खरीद-फरोख्त होगी.

बिजली पर भी सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बिजली उत्पादन और सप्लाई को लेकर भी सरकार पर तीखे हमले किए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं एक साल में गोरखपुर में कितने सब स्टेशन लगे? प्रदेश में कितना उत्पादन बढ़ा? उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अगर एक यूनिट भी बिजली बनाई हो तो बताएं. इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने यूपी के कोटे बिजली भी नहीं दी. बनारस में 24 घंटे बिजली हमारे दौर में शुरू हुई. बीजेपी के वरिष्ठ नेता भूख हड़ताल पर बैठे थे. हमने पूछा क्या चाहिए? उन्होंने कहा 24 घंटे बिजली चाहिए. हमने दे दी.