लखनऊ में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस निजीकरण के जरिए बीजेपी सरकार एक एजेंडे के तहत दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों को रोजगार में मिली आरक्षण की संवैधाकि व्यवस्था को प्रभावित कर रही है. इसके साथ ही साथ देश का भी नुकसान हो रहा है. उन्होंने कोयला खदानों को निजी कंपनियों को देने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया है. बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि मोदी सरकार की यह नीति धन्नासेठों के तुष्टीकरण की एक और नीति है.

मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मुठ्ठी भर पूंजीपतियों के हितों के लिए लगातार काम किए जा रहे हैं, लेकिन सवा सौ करोड़ गरीबों, मजदूरों, किसानों और युवाओं से किये 'अच्छे दिन' के वादे को पूरा नहीं कर रहे. हाल ही में हुए पीएनबी घोटाले की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि प्राइवेट कंपनियां देश को लूटने में लगी हुई हैं, और बीजेपी सरकार अपने आंख, कान बंद किए हैं.

कांग्रेस और बीजेपी को एक जैसा बताते हुए कहा कि देश की जनता यह समझ चुकी है कि दोनों ही पार्टियां देश की सम्पत्ति को लूटने और लुटाने के मामले में एक जैसी हैं. वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि देश लूट रहा है और सेवादार और चौकादार सब सत्ता के नशे में धुत नजर आ रहे है.