नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले में चर्चा में भले ही नीरव मोदी है, लेकिन उनके पीछे जिसका हाथ था वो है नीरव के मामा मेहुल चोकसी. इनको हीरा बाज़ार में 'पप्पू' के नाम से जाना जाता है. नीरव मोदी के साथ मेहुल चोकसी भी देश छोड़कर फरार है. गुजरात के छोटे से शहर पालनपुर के रहने वाले 'पप्पू' ने मुंबई में अपने पिता के साथ एक छोटे व्यापारी के तौर पर कारोबार की शुरुआत की थी, लेकिन जल्द ही बड़े शोमैन बन गए और देखते ही देखते तकरीबन 22 बड़ी कंपनियों के मालिक बन बैठे. वह मेहुल ही हैं, जिन्होंने हीरे को फिल्मी हस्तियों के साथ जोड़ ब्रांड के तौर पर स्थापित किया.

पार्टी करना और लोगों को पैसे और उपहार देकर उपकृत कर उनसे अपना काम निकालना मेहुल चोकसी के काम का तरीका था.यहां तक कि सत्ता में पहुंच रखने वालों के परिवार और करीबियों को रिटेनरशिप पर रखना भी मेहुल की मोडस ओपेरंडी का हिस्सा रहा है.

अब जब कि आयकर विभाग मेहुल चोकसी की संमपत्तियों को सीज करता दिख रहा है तो ऐसे में मेहुल ने अपनी कंपनी के कर्मचारियों के नाम एक पत्र लिखा है. पत्र में मेहुल ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वे किसी भी कर्मचारी को पैसे या वेतन देने में असमर्थ हैं इसलिए सभी कर्मचारियों को दूसरी नौकरी ढूंढ लेनी चाहिए. पत्र में लिखा है कि वो निर्दोष हैं जिसे साबित करने में समय लगेगा यानि इसका अर्थ यह निकाला जा रहा है कि मेहुल चोकसी ने अपने सभी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला दिया है.