लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित होने वाली इन्वेस्टर्स समिट के लिए योगी सरकार ने अपनी कमर कस ली है. आमतौर पर सरकारी कार्यक्रमों से अलग इन्वेस्टर्स समिट को एक अलग रूप देने की तैयारी में योगी सरकार दिखाई दे रही है. सरकार का मानना है कि इस समिट से उत्तर प्रदेश में 3 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश आ सकता है. समिट शुरू होने से पहले ही 900 से ज्यादा एमओयू साइन होने के लिए हैं.

अगर बात करें इस समिट में आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए की गई व्यवस्था की तो इस बार मेहमानों को आमतौर पर नजर आने वाले सरकारी व्यवस्था दिखाई नहीं देगी. सरकारी सफेद एंबेस्डर तो पहले ही गुजरे जमाने की बात हो चुकी है. लखनऊ आने वाले बड़े निवेशकों को मर्सिडीज जैसी कारों की सवारी कराई जाएगी. बड़े पैमाने पर ये लग्जरी कारें लखनऊ लाई जा चुकी हैं और एयरपोर्ट से ही ये कारें मेहमानों को लखनऊ की सैर कराएंगी.

इसके अलावा इन्वेस्टर्स समिट की सुरक्षा में लगी यूपी पुलिस का कलेवर भी बदला हुआ नजर आएगा. इस बार समिट की सुरक्षा में तैनात यूपी पुलिस के जवान खाकी वर्दी नहीं बल्कि स्मार्ट कोट पैंट में दिखाई देंगे. पुलिस विभाग के जवानों के लिए सफेद शर्ट, ग्रे पैंट और नीले कोट का ड्रेस कोड तैयार किया गया है, जिसमें वो ज्यादा स्मार्ट दिखाई देंगे.

बात साफ है कि योगी सरकार निवेशकों को रिझाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती. इसीलिए वो तमाम तैयारियां की जा रही हैं जो निवेशकों को ये भरोसा दिला सके कि उत्तर प्रदेश अब कोई पिछड़ा प्रदेश नहीं बल्कि निवेश के लिए देश का सबसे बड़ा प्रदेश है. पिछले साल सत्ता में आने के बाद राज्य की तस्वीर में जिस बदलाव की बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी, वो तस्वीर इन्वेस्टर्स मीट के जरिए दिखाने की सरकार की कोशिश है.