नई दिल्ली: एक बड़े ऐतिहासिक निर्णय में भारतीय प्रेस कांउसिल के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सी. के. प्रसाद ने (15 फरवरी 2018) संपादकों के तीनों मान्य संगठन द्धारा 13वीं कांउसिल हेतु नामित सभी व्यक्तियों को खारिज कर दिया। इनमें प्रकाश दुबें (नागपुर), उत्तमचन्द्र शर्मा (मुजफ्फरनगर) तथा रमेश गुप्त (नई दिल्ली) शामिल है। इसी भांति समाचार पत्र स्वामियों के तीनों संस्थाओं के मनोनयन को भी निरस्त कर दिया है। इनमे एच. एन. कामा तथा कुन्दनलाल व्यास हैं। श्रमजीवी पत्रकारों के वर्ग में काउंसिल अध्यक्ष ने फैसला किया कि नामित व्यक्ति को समाचारपत्र का पूर्णकालिक अथवा अंशकालिक कर्मी होना कानूनन अनिवार्य है। स्वतंत्र पत्रकार बिल्कुल अमान्य है। अतः इण्डियन जर्नलिस्ट्स यूनियन के अध्यक्ष एस. एन. सिन्हा, एनयूजे के अध्यक्ष रास बिहारी, गीतार्थ पाठक (गुवाहाटी) तथा 15 अन्य निरस्त कर दिए गये है। IFWJ द्धारा विरोध में दर्ज आपत्तियों को स्वीकारा गया है। इसी सूची में डी. अमर हैदराबाद तथा कु. सबीना इन्द्रजीत (दिल्ली) भी सम्मिलित है। भारतीय प्रेस कांउसिल ने 22 फरवरी तक उन्हें अवसर दिया है कि वे सिद्ध की कि वे श्रमजीवी पत्रकार है।