लखनऊ: समाजवादी पार्टी के विधानमंडल दल की बैठक बुधवर को पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की अध्यक्षता में हुई. बैठक में जनहित के मुद्दों को विधानसभा और विधान परिषद में जोरदार ढंग से उठाने का निर्णय किया गया. बैठक में विधानसभा में नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल सहित पूर्व मंत्री बलराम यादव और राजेंद्र चौधरी भी मौजूद थे.

विधायकों को सम्बोधित करते हुए समाजवादी विधानमंडल दल के नेता अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार द्वारा बजट सत्र में दूसरा बजट पेश किए जाने पर कहा कि बीजेपी को पहले यह बताना चाहिए कि पहला बजट कहां गया? जनता को कोई सुविधा मिली नहीं और बीजेपी सरकार दूसरा बजट ले आई है.

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को किसानों की कर्जमाफी का ब्यौरा देना चाहिए. सरकार बताए उसने अब तक जो वादे किए उनकी पूर्ति की दिशा में क्या कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा प्रदेश में कानून व्यवस्था का गंभीर संकट है. किसानों की फसल बर्बाद हो रही है. बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. विद्युत आपूर्ति में कटौती चल रही है. एन्काउण्टर के नाम पर निर्दोषों की हत्या हो रही है.

अखिलेश यादव ने कहा कि जो राजनीति को गंभीरता से लेता है, उसे ही राजनीति में बने रहने का हक है. जनता की समस्याओं को लेकर समाजवादी पार्टी ने हमेशा संघर्ष किया है. आगे भी हम सड़क से सदन तक जनहित की समस्याओं को लेकर संघर्ष करते रहेंगे.