सब-इंस्पेक्टर गिरफ्तार, चार पुलिसकर्मी सस्पेंड
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस पर एक शख्स को फर्जी मुठभेड़ में गोली मारने का आरोप लगा है। यह आरोप लगाया है जितेन्द्र यादव नाम के शख्स के परिवार वालों ने। जितेन्द्र यादव के परिवार वालों का कहना है कि यूपी पुलिस ने एक फेक एनकाउंटर में उसे गोली मारी है। परिवार कहना है कि उसे उसकी जाति की वजह से गोली मारी गई। शनिवार (3 फरवरी) रात को नोएडा के सेक्टर 122 के पास जितेन्द्र यादव को गोली मारी गई थी। जितेन्द्र यादव को घायल अवस्था में नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। जितेन्द्र यादव के परिवार के आरोपों का समाजवादी पार्टी ने समर्थन किया है। समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने ट्वीट कर यूपी पुलिस पर प्रमोशन के लिए बेगुनाहों को गोली मारने का आरोप लगाया है। पंखुड़ी पाठक ने ट्वीट किया, ‘जितेन्द्र यादव नाम के एक बेगुनाह को गर्दन में गोली लगी है, ये यूपी पुलिस की नोएडा में असफल मुठभेड़ की कोशिश है, यूपी सरकार इस मुद्दे को मीडिया से दूर रखने की कोशिश कर रही है। शख्स नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है, यूपी पुलिस के अधिकारी प्रमोशन के लिए निर्दोष लोगों का एनकाउंटर कर रहे हैं।’

समाजवादी पार्टी की नेता द्वारा ट्वीट किये जाने के बाद यूपी पुलिस ने जवाब दिया है। यूपी पुलिस ने ट्वीट किया है कि इस बारे में नोएडा पुलिस से जानकारी ली जा रही है। नोएडा के एसएसपी के मुताबिक ये एनकाउंटर का मामला नहीं है। मामले में एक सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है और उसे गिरफ्तार किया गया है। मामले में कुल चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है।