बेंगलुरु: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को हिदायत दी है कि वे कर्नाटक में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के लिए हिंदू चरमपंथी और आतंकवादी शब्द का इस्तेमाल न करें। राहुल गांधी ने नेताओं को यह सलाह कर्नाटका के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के उस बयान के बाद दी है, जिसमें उन्होंने बीजेपी और आरएसएस के लिए आतंकी शब्द का इस्तेमाल किया था। शनिवार को कर्नाटका यूनिट के कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में राहुल गांधी ने विधानसभा चुनावों में इस प्रकार के शब्द के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है।

नेताओं को हिदायत देते हुए राहुल गांधी ने कहा “हमें हर प्रकार के स्तर पर स्टेटमेंट बनाने और आतंकवादी और हिंदू चरमपंथी शब्द का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।” इसकी पुष्टि कर्नाटका के कांग्रेस सेक्रेटरी इंचार्ज मधु गौड याशिकी ने की। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर भी नेताओं को इस प्रकार के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने की बात कही गई है। राज्य विधानसभा चुनावों की योजना को तैयार करते हुए राहुल ने यह भी निर्देश दिए कि नेताओं को चुनाव के लिए राज्य का ध्रुवीकरण करने के लिए बीजेपी के जाल में नहीं फंसना चाहिए।

राज्य पोल को लेकर कांग्रेस की योजना पर बात करते हुए मधु गौड याशिकी ने कहा “हमारा विकास को लेकर एक बहुत ही कामयाब ट्रैक रिकॉर्ड रहा है और हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है कि हम कहां खड़े होते हैं और बीजेपी का दर्जा कहां है।” इंडिया टुडे के अनुसार, वहीं कर्नाटका कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू ने कहा “हम बीजेपी के लिए आतंकवादी और हिंदू चरमपंथी जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करेंगे लेकिन हम उनके गंदे एजेंडे को जरूर एक्सपोज़ करेंगे। अभी हमारा मुख्य उद्देश्य यह है कि कैसे कर्नाटका का विकास करना है और राज्य के लिए भविष्य में हम क्या कर सकते हैं।”