मुंबई: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को भारतीय नेवी पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि नेवी ने विकास के कार्यों में रोड़ा बनने की धारणा बना ली है. भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रूज टर्मिनस के समारोह में उन्होंने कहा कि नेवी ने मालाबार हिल में एक फ्लोटिंग होटल का विरोध किया, जबकि उनके पास विरोध का उचित कारण भी नहीं था.

गडकरी ने कहा, नेवी और डिफेंस सरकार नहीं हैं. नेवी के लोगों का काम बॉर्डर पर है, वे साउथ मुंबई में क्यों रहना चाहते हैं? नेवी के लोग मकान के लिए मेरे पास आए थे, लेकिन हमने एक इंच जमीन नहीं दिया. इस नए प्रोजेक्ट में हमारे यहां 10 हजार सी प्लेन आ सकते हैं, जिससे टूरिज्म का विकास होगा.

गडकरी ने कहा, सिंगापुर का क्रूज टर्मिनल देखने के बाद मुंबई में टॉप क्लास का टर्मिनल बनाने का ख्याल आया. हर साल 80 क्रूज मुंबई में आते हैं. केंद्र सरकार की इस पहल से हर साल 950 क्रूज मुंबई में आएंगे. इससे रोजगार बढ़ेगा. टोटल प्रोजेक्ट की कीमत 6500 करोड़ हैं. इसमें 27 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है.

उन्होंने कहा कि बाहर की एक कंपनी ने सरकार से वादा किया है कि 40 हजार लोगों को इससे रोजगार मिलेगा. पहले सरकारी अफसर काम में अड़ंगा डालते थे, जिससे बाहर के जहाज का आना मुश्किल था. वे सभी हटा दिए गए हैं.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, मेरे पास पैसे की कमी नहीं है, बल्कि काम करने वाले सही नहीं हैं. लोग सरकारी सोच से ऊपर नहीं उठना चाहते हैं.