नई दिल्ली: बजट से ठीक पहले मोदी सरकार के लिए वर्ल्ड बैंक से अच्छी खबर आई है. वर्ल्ड बैंक ने साल 2018 में भारत की विकास दर 7.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक इस साल विकास दर के मामले में भारत चीन को भी पीछे छोड़ देगा. वहीं, बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं.

स्वामी का कहना है कि वर्ल्ड बैंक ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर जो आंकड़ें पेश किए हैं. वह उनपर यकीन नहीं करते. स्वामी के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था अभी नीचे जा रही है.

बता दें कि वर्ल्‍ड बैंक ने अपनी रैंकिंग रिपोर्ट में भारत सरकार के NPA से निपटने के तरीके की तारीफ की है. रिपोर्ट के अनुसार, इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड के माध्‍यम से बैंकों के बैड लोन को वापस सिस्टम में लाने के लिए सरकार अहम काम कर रही है.

वर्ल्‍ड बैंक की रैंकिग कैटेगरी रिजॉल्विंग इन्‍सॉल्‍वेंसी में भारत की स्थिति 136 पायदान से सुधर कर 103 पर आ गई है. लेकिन, सुबमण्यम स्वामी का कहना है कि ये आंकड़े सिर्फ दिखाने के लिए हैं. वास्तविक स्थिति कुछ और है.

प्रधानमंत्री की अर्थशास्त्रियों के साथ मीटिंग पर स्वामी ने कहा कि अच्छा है पीएम लोगों से मिल रहे हैं. मैंने भी उन्हें एक चिट्ठी लिखी थी कि इस तरह की मुलाकात करनी चाहिए जिससे अर्थव्यवस्था को लेकर बात हो सके.

स्वामी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरएसएस पर दिए गए बयान को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि संघ ऐसी कोई किताब नहीं बांटता, जो दूसरे धर्म के प्रति नफरत पैदा करे. स्वामी ने कहा, "मैं ममता बनर्जी को चैलेंज करता हूं कि जो भी आरोप उन्होंने लगाए हैं, उसे साबित करके दिखाए.

वहीं, बीजेपी चीफ अमित शाह के 'मिशन यंगिस्तान' को बीजेपी नेता ने युवाओं को पार्टी से जोड़ने की अच्छी कवायद बताया है. स्वामी के मुताबिक, 2019 के चुनाव के मद्देनजर ऐसा करना बहुत जरूरी है.

सुब्रमण्यम स्वामी ने तमिलनाडु में विधायकों की सैलरी बढ़ाने को लेकर कहा कि ये विधानसभा का अधिकार है. समय के साथ-साथ सैलरी तो बढ़नी ही चाहिए.