लखनऊ: “मोदीजी भाजपा राज में बढ़ते दलित उत्पीड़न को रोकिये”- यह बात आज एस.आर.दारापुरी, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक एवं संयोजक, जनमंच उत्तर प्रदेश ने प्रेस को जारी बयांन में कही है. उन्होंने कहा है कि भीमा-कोरेगांव की घटना जिसमें शांतिपूर्वक कोरेगांव उत्सव में जाते हुए दलितों पर हिन्दुत्ववादियों द्वारा हमला किया गया, यह दर्शाती है कि भाजपा राज में दलित अपना कोई उत्सव तक नहीं मना सकते हैं. इतना ही नहीं इस हमले के लिए दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कोई कार्रवाही न करके दलित नेता जिग्नेश मेवानी पर पेशबंदी में दंगा भड़काने का झूठा केस दर्ज कर दिया जाता है.

हाल में राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि भाजपा राज में 2016 में 2015 की अपेक्षा दलित उत्पीड़न की मामलों में 5.5% की वृद्धि हुयी है. पिछले दो वर्षों के आन्कड़े यह भी दर्शाते हैं कि भाजपा शासित राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, और गोवा दलित उत्पीड़न में अन्य राज्यों की अपेक्षा काफी आगे हैं.

यह बड़ी आश्चर्य की बात है कि एक ओर भाजपा दलितों को पटाने के लिए डॉ. आंबेडकर के स्मार्क बना रही है और वहीँ दूसरी ओर दलितों पर हिन्दुत्ववादियों के हमले तेज हो रहे हैं जिन पर सरकार प्रभावी कार्रवाही न करके उल्टा दलितों को ही दण्डित कर रही है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण सहारनपुर में दलितों पर हमला करने वाले राजपूतों के साथ साथ दलितों की भी गिरफ्तारियां तथा उन पर रासुका लगाया जाना है.

दलितों पर निरंतर बढ़ रहे हमले और प्रशासन के पक्षपाती रवैयिये से दलितों में असुरक्षा की भावना बढती जा रही है और युवा दलित वर्ग आक्रोशित भी हो रहा है. यदि सरकार द्वारा दिशा में प्रभावी कार्रवाही नहीं की जाती है तो दलितों को भी मजबूर हो कर आत्मरक्षा में प्रतिरोध करना पड़ेगा. अतः मोदीजी से अनुरोध है कि आप भाजपा राज में बढ़ते हुए दलित उत्पीडन को रोकिये ताकि दलित भी सुरक्षित हो कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकें.