नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी द्वारा राज्य सभा का टिकट नहीं मिलने पर पार्टी नेता कुमार विश्वास की खीझ साफ नजर आई। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर उन्होंने जमकर कटाक्ष किया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल से अरविंद केजरीवाल ने जो भी फैसले लिए चाहे वह टिकट वितरण में गड़बड़ी हो, जेएनयू हो, पंजाब में अतिवादियों के प्रति नरम रवैया हो या कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, जहां-जहां मैंने सच बोला, मुझे आज उसका पुरस्कार दंडस्वरूप मिला है। आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह, नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता को राज्य सभा चुनावों में बतौर उम्मीदवार चुना है। 16 जनवरी को राज्य सभा के चुनाव होने हैं। सुशील कुमार और अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कुमार विश्वास ने कहा, ”मैं 40 वर्ष से मनीष सिसोदिया के साथ, 12 वर्ष से अरविंद के साथ और 7 साल से कार्यकर्ताओं के लिए काम कर रहे सुशील गुप्ता को राज्य सभा भेजने पर मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री को बधाई देता हूं, जिन्होंने शानदार चयन किया है। कार्यकर्ताओं को भी बधाई, जिनकी बात सुनी गई।

विश्वास ने कहा कि 4 महीने पहले मुझसे अरविंद केजरीवाल ने बोला था कि आपको मारेंगे, लेकिन शहीद नहीं होने देंगे। आज मैं अपनी शहादत स्वीकार करता हूं। उन्होंने कहा कि युद्ध का एक नियम होता है कि शहीदों के शव के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाती और हमारे दल में अरविंद केजरीवाल की मर्जी के बिना कुछ होता नहीं है। उनसे असहमत रहकर वहां जिंदा रहना बहुत मुश्किल है। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी आलाकमान से गुजारिश करता हूं कि शहीद तो कर दिया, लेकिन इस शव के साथ छेड़छाड़ न करें।

गौरतलब है कि कुमार विश्वास और आम आदमी पार्टी में लंबे वक्त से कटुता देखने को मिल रही है। ओखला से पार्टी विधायक अमानतुल्ला खान को लेकर पार्टी से उनकी लड़ाई सार्वजनिक होने के बाद से उनकी भूमिका को लेकर खूब चर्चा हुई थी। इस बीच जब राज्यसभा सदस्यों को लेकर गहमागहमी हुई तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि जिन्हें पद का लालच है वो पार्टी छोड़ सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा था कि कुमार विश्वास के नाम पर पार्टी के नेताओं में जरा सी भी सहमति नहीं है।