वाशिंगटन: आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान को मिलने वाली अमेरिकी मदद रोक दी गई है। सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए इसका एलान किया। उन्होंने पाकिस्तान को खूब खरी-खोटी सुनाईं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को बीते 15 वर्षों में 33 अरब डॉलर से ज्यादा की मदद दी और उसने बदले में झूठ और छल के सिवाय कुछ नहीं दिया। वह सोचता है कि अमेरिकी नेता मूर्ख हैं। ट्रंप बोले- पाकिस्तान आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह देता रहे, यह मजूर नहीं।

इस पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा- हम इंशाअल्लाह राष्ट्रपति ट्रंप के ट्वीट का जवाब जल्द देंगे। हम दुनिया के सामने तथ्यों और कल्पनाओं के अंतर की सच्चाई उजागर करेंगे।

पाकिस्तान लगातार आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अमेरिका से पैसा लेता रहता है लेकिन कार्रवाई के नाम उसने अब तक किया क्या है, यह बात दुनिया जानती है। दुनिया भर में पाकिस्तान आतंकियों के गढ़ के रूप में कुख्यात हो चुका है, इस बात पर राष्ट्रपति ट्रंप को भी भरोसा हो चुका है।