इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा और फलाहे इंसानियत फाउंडेशन के चंदे पर रोक लगा दी है। पाकिस्तान के सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन ने हाफिज के संगठनों पर चैरिटी जुटाने पर रोक लगा दी। माना जा रहा है कि हाल ही में हाफिज सईद की रिहाई के बाद भारत और अमेरिका के दबाव के बाद पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है। गौरतलब है की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट कर पाकिस्तान के खिलाफ सख्त संदेश दिया।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को बेहद सख्त संदेश देते हुए ट्वीट किया, 'बीते 15 सालों में हमने जो आर्थिक मदद दी वो बेवकूफी भरा फैसला था। उपाकिस्तान हमारे नेताओं को मूर्ख समझता है, वह आतंकवादियों को पनाह देता है। पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर की मदद अमेरिका की बेवकूफी है, क्योंकि पाकिस्तान ने बदले में झूठ और धोखा ही दिया। हम अफगानिस्तान में खाक छानते रहे और वो पनाह देते रहे। अब और नहीं।'

एक प्रमुख पाकिस्तानी अखबार के रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से जमात उद दावा समेत उन सभी संगठनों के चैरिटी जुटाने पर रोक लगा दी गई है, जिन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से बैन लगाया गया है। पाकिस्तान के सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, 'सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन ऑफ पाकिस्तान सभी कंपनियों पर यह रोक लगाता है कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से प्रतिबंधित करार दिए गए संगठनों को डोनेशन न दें।'

जमात-उद-दावा के अलावा इस सूची में लश्कर-ए-तैयबा का भी नाम शामिल है। यही नहीं, हाफिज के एक और संगठन फलाह-ए-इंसानियत के भी चैरिटी जुटाने पर रोक लग गई है। पासबान-ए-अहदे हदीस और पासबान-ए-कश्मीर जैसे संगठनों पर भी यह रोक लगाई गई है। सिक्यॉरिटीज एक्सचेंज की ओर से जारी नोटिफिकेशन में यह भी कहा गया है कि यदि इस आदेश का पालन नहीं किया गया तो संबंधित कंपनियों पर आर्थिक जुर्माना भी लगाया जा सकता है।