इस्लामाबाद: काफी समय से पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय कुलभूषण जाधव सोमवार को इस्लामावाद स्थित विदेश मंत्रालय में अपनी पत्नी और मां से मिले. ये मुलाकात भले ही 30 मिनट की निर्धारित रही हो, मगर पाकिस्तान सरकार की ओर से इसे 40 मिनट तक कर दिया गया. इस मुलाकात के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी कर कहा कि कुलभूषण जाधव और उनकी मां ने पाकिस्तान सरकार को शुक्रिया अदा किया है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा कि कुलभूषण जाधव की मां इस मुलाकात से खुश हैं और उन्होंने इस मुलाकात के लिए पाकिस्तान सरकार और जेल प्रशासन का शुक्रिया अदा किया है.

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा कि कुलभूषण जाधव की उनसे परिवार से मुलाकात काफी सकारात्मक रही. इस दौरान दोनों ने खुलकर बातें की. आगे मुलाकात के दौरान कांच की दीवार को लेकर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि ये सुरक्षा कारण था. हमने पहले ही बता दिया था कि मुलाकात जरूर होगी, मगर कुछ सुरक्षा बैरियर भी होंगे.

बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान की ओर से मुलाकात की फोटो जारी की गई, जिसमें शीशे की स्‍क्रीन के पीछे से वह अपनी पत्‍नी से बात कर रहे हैं. इस फोटो में जाधव ने नीले रंग का कोट पहन रखा है. आपको बता दें कि पिछले 21 महीने से कुलभूषण जाधव पाकिस्‍तान जेल में बंद है.

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा कि कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी से ये मुलाकात काउंसलर एक्सेस के तहत नहीं थी. पाकिस्तान ने कहा कि ये मुलकात मानवीय आधार पर थी. उन्होंने कहा कि काउंसलर एक्सेस का मामला पाकिस्तान के पास है. इस मुलाकात के दौरान भारतीय डिप्लोमेट जेपी सिंह भी मौजूद थे और वो ये मीटिंग देख रहे थे. हालांकि, उन्हें मिलने की इजाजत नहीं दी गई .

प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा कि हमने भारत के साथ जो वादा निभाया था, उसे पूरा किया. हमने भारत से 30 मिनट के मुलाकात का वादा निभाया था, उससे हमने उससे न ज्यादा और न कम निभाया है. हालांकि, बाद में उन्होंने जाधव के अनुरोध पर 30 मिनट की इस मुलाकात को 40 मिनट तक कर दिया. जबकि वादा सिर्फ 30 मिनट तक का ही था. ॉ

बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के लिए खुद कुलभूषण जाधव ने ही गुहार लगाई थी. मुलाकात के ठीक बाद कुलभूषण जाधव का वीडियो भी पाकिस्तान सरकार ने जारी किया है. इस वीडियो में कुलभूषण ने कहा कि ‘मैंने पाकिस्तान सरकार से अपने परिवार से मिलने की गुहार लगाई थी। अब मैं पाकिस्तान सरकार के इस कदम के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहूंगा.’