नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने मंगलवार को इशारों में कहा कि हो सकता है कि मणि शंकर अय्यर और कपिल सिब्बल के विवादास्पद बयानों ने गुजरात चुनाव अभियानों के दौरान पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हासिल किए गए फायदों को बर्बाद कर दिया हो। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2019 के आम चुनावों के लिए राहुल (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी के विकल्प के तौर पर उभरे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मोदी पर गुजरात के मतदाताओं को भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया और कहा कि राजनीतिक दलों को जुमलों के आधार पर चुनाव नहीं जीतना चाहिए।

मोइली ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘‘अय्यर जैसे हमारे लोगों को उनके (प्रधानमंत्री) खिलाफ वैसे मुद्दे नहीं उठाने चाहिए थे।’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री अय्यर द्वारा की गई ‘नीच’ की टिप्पणी के संदर्भ में बात कर रहे थे। भाजपा ने सोमवार को गुजरात में कांग्रेस से कड़ा मुकाबला करते हुए लगातार छठी बार सत्ता हासिल की। उनसे जब पूछा गया कि क्या अय्यर की टिप्पणी कांग्रेस को भारी पड़ी तो उन्होंने कहा, ‘‘हो सकता है। नरेंद्र मोदी ने उस बयान का इस्तेमाल कांग्रेस और हमारे नेताओं पर हमला बोलने के लिए किया। हमें बहुत सावधान रहना चाहिए था।’’

इसके अलावा उन्होंने सिब्बल के उस बयान को भी अनावश्यक बताया, जिसमें उन्होंने राम जन्मभूमि मामले की सुनवाई को वर्ष 2019 के आम चुनावों के बाद तक टालने के लिए कहा था। मोइली ने कहा, ‘‘उन्हें (सिब्बल) ऐसे बयान नहीं देने चाहिए थे। पार्टी की ओर से ऐसे बयान देने के लिए वह अधिकृत नहीं थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कई बार हमारा नेतृत्व यानी राहुल गांधी द्वारा जो कुछ भी किया जाता है, उसे ऐसे बयान बर्बाद कर देते हैं। यह पार्टी का दृष्टिकोण नहीं है और प्रधानमंत्री ने इस बयान का भी इस्तेमाल किया।’’ मोइली ने कहा कि राहुल के नेतृत्व में गुजरात में कांग्रेस का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ के समान रहा।