वाशिंगटन: H1B वीजाधारकों को आने वाले समय में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. डोनाल्‍ड ट्रंप प्रशासन के नए फैसले के मुताबिक H1B वीजाधारकों की पत्नियों या पतियों को अमेरिका में काम नहीं करने दिया जाएगा.

अब तक एच1बी वीजाधारकों की पत्नियों और पतियों को एच-4 डिपेंडेंट वीजा पर अमेरिका में काम करने की अनुमति थी. लेकिन नए फैसले से ऐसा नहीं हो पाएगा. बदले हुए नियम के अनुसार, एच-1 बी धारकों के जीवन साथी को तकनीकी के अलावा अन्य क्षेत्र में काम करने में कोई दिक्कत नहीं होगी.

ट्रंप ने अप्रैल में 'बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन' के जिस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे उसका पालन करने की कोशिश की जा रही है. ये फैसला उसी के तहत लिया गया है. 2015 से ग्रीन कार्ड का इंतजार करने वाले एच 1 बी वीजाधारकों की पत्नियों और पतियों को एच-4 डिपेंडेंट वीजा पर अमेरिका में काम करने की अनुमति है. ये नियम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ओबामा के कार्यकाल में बनाया गया था.

अमेरिका में एच1 बी वीजा पाने वालों में 70 फीसदी भारतीय हैं इसलिए नए नियम से ये सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे. दुनिया भर से हर साल लगभग 85,000 विदेशी इंजीनियर अमेरिका में जॉब करने जाते हैं. उन सब को नए नियम से परेशानी हो सकती है.

एच -1 बी, अमेरिका की कंपनियों में काम करने के लिए विदेशियों के लिए एक आम वीजा मार्ग है जो तीन साल के लिए वैध होता है. इसे अन्य तीन साल तक के लिए रिन्यू किया जा सकता है.