लखनऊ: हज़रत ख्वाज़ा मोहम्मद नबी रज़ा शाह अलमारूफ दादा मियाँ र0 अ0 के 110 वें उर्स के दूसरे दिन सुबह 6 बजे से कुरान ख्वानी का सिलसिला शुरू हो गया। जिसमें मदरसा कुुदसिया के तलबा ने मदरसे के सदरे मुदर्रिस जनाब कारी मोहम्मद परवेज़ साहब के साथ कुरान ख्वानी पेश की और दारूल उलूम शाहे रज़ा के तलबा ने भी कारी मोहम्मद ज़रीफ जहाँगीरी के साथ कुरान ख्वानी की, कुरान ख्वानी में उर्स में आये हुये ज़ायरीन हज़रात ने भी कसीर तादाद में शिरक़त की उसके बाद दुआ ख्वानी हुई और नात शरीफ मनकबत और दुरूद व सलाम का नज़राना दादा मियाँ की बारगाह में पेश किया ।

शाम को परम्परा के रूप में लखनउ के जिलाधिकारी की तरफ से चढ़ाई जाने वाली चादर उनकी अनुपस्थिति में एडीएम गौरव रंजन श्रीवास्तव व सीओ सिटी अभय कुमार मिश्रा ने मज़ार शरीफ पर दरगाह शरीफ के सज्जादा नशीन हज़रत ख्वाज़ा मोहम्मद सबाहत हसन शाह के साथ चादर पेश की। डी एम साहब ने चादर से पहले कव्वाली भी सुनी फिर हिन्तुस्तान के कौने-कौने से आए हुए महमानों के साथ दरगाह शरीफ पर चादर पेश की। एडीएम साहब महोदय ने कहा कि यहाँ आकर शान्ति प्राप्त होती है और आपसी भाई चारे को बड़ाबा मिलता है। चादर शरीफ में कैलाश बाबू, संजय दयाल, इनायत उल्लाह खां, इशरार अली, जुनैद आलम व इनके अलावा बनारस , बरेली, कलकत्ता, बम्बई, गोवा आदि स्थानों से आए हुए लोगों ने शिरकत की।