लखनऊ: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाने वाले फिरोजाबाद, इटावा और कन्नौज में पार्टी की करारी हार पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है.

रविवार को अखिलेश यादव की अनुमति से पार्टी विरोधी कार्यों में लिप्त होने और अनुशासनहीन आचरण के लिए फिरोजाबाद के पूर्व विधायक अजीम भाई को पार्टी से निष्कासित ​कर दिया गया है.

उनके साथ पूर्व जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी, इटावा राजीव यादव को भी समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.

इसके अलावा अखिलेश यादव ने कन्नौज जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष मजहारूलहक उर्फ मुन्ना दरोगा और लखीमपुर जिला कार्यकारिणी की अध्यक्ष अनुराग पटेल सहित उनके विधानसभा क्षेत्रों की कार्यकारिणी, जिला प्रकोष्ठों की कार्यकारिणी उनके अध्यक्षों सहित तत्काल प्रभाव से भंग कर दी है.

बता दें कि निकाय चुनाव में इस बार समाजवादी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले इटावा और उसके आस-पास के इलाकों में पार्टी को मुंह की खानी पड़ी है. इटावा में 3 नगर पालिका और 3 नगर पंचायतों में सिर्फ़ 2 पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली.

जसवंतनगर नगरपालिका से चेयरमैन का चुनाव शिवपाल यादव के क़रीबी सुनील जॉली ने जीता. सुनील जॉली को समाजवादी पार्टी ने टिकट नहीं दिया था इसलिए उन्होंने निर्दलीय ही चुनाव जीता. वहीं अखिलेश यादव के गढ़ कहे जाने वाले कन्नौज से भी पार्टी को निराशा हाथ लगी थी. फिरोजाबाद मेयर चुनाव में तो एआईएमआईएम ने सपा से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया.

समाजवादी पार्टी नगर निगम में मेयर की तो कोई सीट हासिल नहीं हुई लेकिन सपा ने नगरपालिका की 48 सीटें और नगर पंचायत की 83 सीटों पर कब्जा किया.