लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार करीब 9 महीने के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल की तैयारी में जुटी है, जिसे लेकर मंत्रियों की नींद उड़ी हुई है. कहा जा रहा है कि इस फेरबदल में कई मंत्रियों की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है और उनकी जगह कुछ नए चेहरे शामिल किए सकते हैं.

दरअसल नीति आयोग के दिशानिर्देश पर योगी सरकार ने ब्यूरोक्रेसी को स्मार्ट और जवाबदेह बनाने के लिए एक-दूसरे से जुड़े विभागों के विलय की तैयारी शुरू कर दी है. विलय के साथ ही कई महकमों के मंत्रियों का जिम्मा भी बदलेगा, जिसकी वजह से भी फेरबदल की गुंजाइश है. इस फेरबदल में काम की कसौटी पर खरा न उतरने वाले मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है.

कहा जा रहा है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर को ख़त्म हो जाएगा. इस बीच गुजरात चुनाव के परिणाम भी आ जाएंगे. ऐसे में पार्टी और सरकार का पूरा ध्यान 2019 के लोकसभा चुनाव पर होगा. लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों को दायित्व सौंपे जाएंगे. इसमें सामाजिक और भौगोलिक संतुलन का भी ध्यान रखा जाएगा.

इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि 9 महीने के कार्यकाल में सीएम ने कई मंत्रियों के कामकाजों को भी परख लिया है. इसमें कई मंत्री फिसड्डी साबित हुए हैं, जिनकी छुट्टी तय मानी जा रही है. इसके अलावा कुछ मंत्रियों के दायित्वों में फेरबदल भी हो सकता है. कई मंत्रियों का प्रमोशन तो कुछ नए चेहरे भी शामिल हो सकते हैं.