लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने भी ईवीएम पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था, ‘अगर बीजेपी ईमानदार है और लोकतंत्र पर विश्वास रखती है तो ईवीएम को हटा देना चाहिए और बैलेट पेपर द्वारा वोटिंग की जानी चाहिए। 2019 में आम चुनाव होने वाले हैं। अगर बीजेपी को इस बात का विश्वास है कि जनता उनके साथ है तो उन्हें ईवीएम हटाना चाहिए। मैं यकीन के साथ कह सकती हूं कि अगर बैलेट पेपर पर वोटिंग की जाएगी तो बीजेपी फिर से सत्ता मे नहीं आएगी।’

बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तरह नगर निकाय चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जोरदार जीत हासिल की। सियासी सरगर्मी में महापौर की कुल 16 सीटों में से 14 बीजेपी ने जबकि दो पर बसपा ने कब्जा जमाया है। कांग्रेस और सपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। मेरठ और अलीगढ़ के मेयर पद पर बसपा के उम्मीदवार जीते हैं। अयोध्या-फैजाबाद नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी ऋषिकेश जायसवाल ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा की गुलशन बिंदू को 3601 मतों से मात दी। वाराणसी नगर निगम महापौर पद पर भाजपा प्रत्याशी मृदुला ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की शालिनी को 78,843 मतों से हराया। लखनऊ में इस बार इतिहास रचा गया। संयुक्ता भाटिया लखनऊ की पहली महिला मेयर होंगी। वहीं कानपुर में प्रमिला पांडेय ने जीत हासिल की। गाजियाबाद में बीजेपी की आशा शर्मा ने विरोधियों को धूल चटाई।