पटना: अपनी सुरक्षा वापस होने से राजद अध्यक्ष लालू यादव क्रोधित हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें डर नहीं लगता. हालांकि अपने संवाददाता सम्मेलन में लालू ने पूछा कि क्‍या भारत पाकिस्तान पर चढ़ाई करने वाला है कि उनकी सुरक्षा वापस ली गयी है. लालू ने माना कि जब से उनकी सुरक्षा जेड प्लस से जेड श्रेणी की की गई है, उसके बाद उन्‍होंने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हुई. तब केंद्रीय गृह सचिव से बात की लेकिन उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं थी. लालू ने कहा कि अगर उन्हें कुछ हुआ तब केंद्र और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसके लिए ज़िम्मेवार होंगे. निश्चित रूप से लालू ये संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी सुरक्षा में हुई कमी से वो विचलित नहीं हैं लेकिन राजद के नेताओं की प्रतिक्रिया से साफ़ है कि उन्हें इस मुद्दे पर केंद्र के निर्णय से तकलीफ़ हुई है. लालू ने भी कहा कि बिहार भाजपा के नेताओं की सुरक्षा में कोई कटौती नहीं की गयी लेकिन उनकी और जीतन राम मांझी की सुरक्षा घटा दी गई.

राजद सुप्रीमो ने कहा कि इसके बाद भी कुछ अनहोनी होती है तो नरेंद्र मोदी के साथ ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी जिम्मेवार होंगे क्योंकि दोनों ही जगह इन्हीं लोगों की सरकार है. लालू यहीं पर नहीं रुके. उन्होंने कहा कि मेरे साथ तो साजिश की गयी, लेकिन दुर्भाग्य है कि जीतनराम मांझी की भी सुरक्षा खत्म कर दी गयी, जबकि सबको पता है कि मांझी नक्सली क्षेत्र से आते हैं, उनकी जान पर खतरा है और वह बराबर अपने क्षेत्र में जाते रहते हैं. उन्होंने सवाल किया है कि क्या देश में फोर्स की कमी हो गई है, जो मांझी की भी सुरक्षा हटा ली गई, बस चार सिपाही उनकी सुरक्षा में रहेंगे.