लखनऊ: समेकित परिसम्पदा की दृष्टि से निजी क्षेत्र में भारत के शीर्ष बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने एक मोबाइल एप्लीकेशन ‘ईजीपे‘ लांच किया है, यह ऐसी एप्लीकेशन है जिसके माध्यम से व्यापारी, खुदरा और पेशेवर, मोबाइल फोन्स पर ग्राहकों से कैशलैस भुगतान अपने मल्टीपल डिजीटल मोड़ के माध्यम से तत्काल प्राप्त कर सकता है। अपनी तरह का पहला एप्लीकेशन ‘ईजीपे‘ ग्राहक को अपने मोबाइल के माध्यम से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई), आईसीआईसीआई बैंक के किसी भी क्रेडिट/डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग तथा ‘पाॅकेट‘, डिजीटल वाॅलेट आधार पे के साथ ही भारत क्यूआर कोड से भुगतान आसान भुगतान सुविधा उपलब्ध करवाता है।

आईसीआईसीआई बैंक का कोई भी चालू खाता धारक तत्काल ‘ईजीपे‘ एप्प को डाउनलोड कर सकता है और तत्काल इसका उपयोग कर सकता है। आईसीआईसीआई बैंक का ग्राहक नहीं होने पर भी वह बैंक में चालू खाता खोल कर इस सुविधा का लाभ ले सकता है। यह एप्प एण्ड्राॅयड एनेबल्ड स्मार्टफोन्स पर उपलब्ध है। शीघ्र ही इसे एण्डराॅयड प्रणाली वाले स्मार्टफोन्स के साथ ही आईओएस आॅपरेटिंग सिस्टम्स के लिए भी उपलब्ध है।

इस अवसर पर आईसीआईसीआई बैंक की प्रबन्ध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिस चंदा कोचर ने कहाए ‘‘आईसीआईसीआई बैंक ने डिजीटल अर्थव्यवस्था के बदलाव को गतिशीलता प्रदान करने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं। ‘ईजीपे‘ डिजीटल इण्डिया के दृष्टिकोण को पूर्ण करने की दिशा में हमारा एक और कदम है। मेरा मानना है कि ईजीपे मोबाईल एप्लीकेशन एक कीर्तिमान तोड़ने वाली परिकल्पना हैै। जिसका लाभ लाखों व्यापारियों, खुदरा दुकानदारों और देश भर के पेशेवरों को मिल सकेगा जिससे वे विभिन्न डिजीटल माध्यमों से केवल एक मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से विभिन्न भुगतान करने में सक्षम हो सकेंगे। इसके साथ ही इसका उपयोग किसी व्यापारी के यहां कार्यरत 30 कर्मचारी एक साथ कर सकते हैं साथ ही आॅन द गो जैसी होमडिलीवरी की सुविधा भी प्रदान करता है। इस एप्प से संग्रहित धनराशि सीधे व्यापारियों और पेशेवरों के चालू खातों में जमा होती है। हमारे मौजूदा ग्राहक जो इस एप्प का इस्तेमाल कर रहे है उनको बैंक की किसी भी शाखा में जाकर दस्तावेज देने की जरूरत नहीं है।‘‘

इस मोबाइल भुगतान संग्रह समाधान में पंजीकरण के लिए निम्न दो आसान कदमः

..आईसीआईसीआई बैंक में पंजीकृत मोबाइल नम्बर वाले स्मार्टफोन पर ‘ईजीपे‘ एप्लीकेशन को डाउनलोड करें। यह एप्लीकेशन स्वतः ही आईसीआईसीआई बैंक के चालू खाते का समूचा विवरण प्राप्त कर लेगी। यूजर भुगतान प्राप्ति के लिए डिफाॅल्ट करेन्ट अकाउन्ट को चुन सकता है। इसके लिए किसी प्रकार के दस्तावेज पेश करने या स्वयं को शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं होगी।

..ईजीपे को लाॅगइन करने के लिए एक एमपिन बनानी होगी। साथ ही यूजर को यूपीआई के माध्यम से भुगतान स्वीकार करने के लिए यूपीआई आईडी भी बनानी होगी। यूपीआई आईडी धन प्राप्त करने के लिए फायनेंशियल एड्रेस का काम करेगी, इसके लिए आपके 16 अंकीय बैंक खाता संख्या या 11 अंकीय आईएफएससी कोड की जरूरत नहीं होगी।

एक बार डाउनलोड करने के बाद व्यापारी तत्काल इस एप्प के माध्यम से अपने काउन्टर पर भुगतान स्वीकार कर सकेगा। इस एप्प से माल की घर पर सामान /सेवा के वितरण, टेलीसेल्स और कैश आॅन डिलीवरी (सीओडी) की स्थिति ई-कम्पनीज जिसमें क्रेता और विक्रेता की भौतिक उपस्थिति एक ही स्थान पर जरूरी नहीं होती है, इस एप्प से भुगतान प्राप्त किए जा सकेंगे। विक्रेता इस एप्प पर राशि अंकित कर ग्राहक द्वारा भुगतान के लिए प्राथमिकता दिए जाने वाले मोड प्राप्त कर रसीद खरीदार के मोबाइल नम्बर पर या यूपीआई आधारित भुगतान के लिए वीपीए दे सकेगा। इसके बाद एसएमएस पर नोटिफिकेशन प्राप्त होने के बाद खरीदार महज अपना विवरण देकर क्रेडिट/डेबिट कार्ड/नेट बैंकिंग या पाॅकेट्स से भुगतान कर सकेंगे। यूपीआई का उपयोग कर भुगतान के लिए खरीदार को स्कैनिंग से या विक्रेता के फोन स्क्रीन पर प्रदर्शित भारत क्यूआर कोड से भुगतान कर सकेगा। यह नई सुविधा व्यापरियों को ग्राहकों के आधार कार्ड नम्बर और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण से भुगतान एकत्र करने की सुविधा प्रदान करती है। ईजीपे काफी श्रेष्ठतम सुरक्षा सुविधाओं से युक्त है। ईजीपे को समग्रता प्रदान करने के लिए बैंक ने एक नई कार्यशैली जिसे ‘आधार पे‘ कहा जाता है इस एप्लीकेशन मे प्रदत्त की है। इस नई सुविधा का लाभ व्यापारी को यह होगा कि वह ग्राहक के आधार नम्बर और बायोमेट्रिक आॅथेन्टिकेशन के माध्यम से धन संग्रहित कर सकेगा। इसके साथ ही इसे भुगतान के एक मोड के तौर पर ‘भारत क्यूआर कोड से भी जोड़ा गया है जिससे ग्राहक महज क्यूआर कोड को अपने आईमोबाइल और ‘पाॅकेट एप्लीकेशन‘ के माध्यम से स्कैन करा कर भी कर सकते हैं।
ईजी पे श्रेष्ठतम श्रेणी की सुरक्षा सुविधा के साथ पेश किया गया है। यह केवल एक पंजीकृत मोबाइल नंबर को ही अनुमति देता है तथा इसके लिए हर बार लाॅगइन के लिए एमपिन का प्रमाणिकरण आवश्यक है। ईजी पे को इसके लांच करने के कुछ महीनों के भीतर ही 1,50,000 ये अधिक डाउनलोड किया गया है। वर्तमान में पूरे उत्तर प्रदेश में 9000 से भी अधिक व्यापारी ईजीपे से पंजीकृत हो चुके हैं। अगले कुछ महीनों के भीतर ईजीपे का पीओएस संख्या पार करने का लक्ष्य रखा गया है जो कि वर्तमान में 2.4लाख है। व्यापारी ईजीपे का उपयोग भारी मात्रा में कर रहे हैं जिनमें किराणा व्यापारी, रेस्टोरेन्ट, ट्रेवल एवं टूर आॅपरेटर्स, केमिस्ट एवं पेशेवरों सहित अन्य लोग शामिल हैं।