पटना: दो दिन पहले दक्षिण दिल्‍ली के रेस्‍तरां में कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी के साथ राजद नेता तेजस्‍वी यादव के लंच की फोटो वायरल होने के बाद सूबे में सत्‍तारूढ़ जदयू और बीजेपी ने हमला बोलते हुए इसको 'चारा घोटाले और बोफोर्स घोटाले' से जोड़ा. जदयू प्रवक्‍ता संजय सिंह ने इसके माध्‍यम से लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के उपाध्‍यक्ष राजद सुप्रीमो के साथ बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान मंच तो साझा करने से कतराते रहे लेकिन उनके बेटे के साथ लंच कर रहे हैं.

इस पर तेजस्‍वी यादव ने नीतीश कुमार और जदयू पर निशाना साधते हुए कहा, लंच हमने किया और हाजमा इनका खराब है. पता नहीं क्‍यों ये लोग छवि कुमार के दागी कारनामे दुनिया को याद दिलवाते रहते हैं? 2015 में बोफोर्स और चारा वालों के यहां मुख्‍यमंत्री बनने के लिए नीतीश जी क्‍यों दिल्‍ली से पटना तक गुहार लगा रहे थे? DNA किसका खराब था?

इस बीच केंद्रीय खाद्य एवं जन वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव की मुलाकात की ओर इशारा करते हुए कहा कि इससे राहुल की छवि बिगडेगी. पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर रामविलास ने कहा कि हाल के दिनों में लोगों के द्वारा राहुल गांधी की छवि सुधरने को लेकर जो भी दावा किया जा रहा है, तो यह और भी चौपट हो जाएगी.

लालू प्रसाद और जदयू के विक्षुब्ध नेता शरद यादव के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर रामविलास ने कहा, ''मोदी जी की चिंता शरद जी और लालू जी को करने की जरूरत नहीं. पहले इन लोगों को अपने अस्तित्व की चिंता करनी चाहिए.''

वहीं जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद को कभी मिलने का समय तक नहीं देने वाले राहुल गांधी आज उनके पुत्र (तेजस्वी) के साथ लंच रहे हैं क्योंकि दोनों के सितारे खराब हैं. उन्होंने राहुल और तेजस्वी दोनों को फ्लॉप बताते हुए कहा कि वे आपस में लंच करें या डिनर, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.

बिहार विधान परिषद सदस्य संजय ने रेलवे टेंडर को लेकर सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने पर तेजस्वी यादव से जनता के बीच जाकर स्प​ष्टीकरण दिए जाने की मांग को राजद द्वारा ठुकरा दिए जाने की ओर इशारा करते हुए कहा कि यदि तेजस्वी में थोड़ी सी भी नैतिकता होती तो वह उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देते. उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव आज भी जवाब देने के बजाय इधर-उधर की ही बातें कर रहे हैं.