सैमसंग इंडिया ने अपने वार्षिक सैमसंग इनोवेशन अवार्ड्स के सातवें संस्‍करण का आयोजन आंत्रप्रेन्‍योरशिप सेल के साथ मिलकर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी ए कानपुर में किया। सैमसंग इनोवेशन अवार्ड्स का उद्देश्‍य ऐसी इनोवेशन को पहचान और सम्‍मान देना है जिनमें दैनिक जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता है और जो छात्रों को उनके परियोजनाओं को अगले स्‍तर पर ले जाने में सक्षम बनाएं।
पहला पुरस्तार क्षितिज जग्गीए कुमार शिवांग और ऋषभ साहू की टीम को मिलाए जिन्होंने एक वितरित वातावरण में ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके वित्तीय लेनदेन की ऐप पर काम किया था। इस टीम का दृष्टिकोण चिट फंड सब्सक्राइबरों का सर्कल के साथ वित्तीय समावेश में सक्षम बनाना हैए आयोजकों के लिए एक पहला मोबाइल सॉल्यूशन जो आसानी से सदस्यों को मैनेज कर सकेए पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता ला सके और सभी भारतीयों की क्रेडिट हिस्टरी बना सके।

कौस्तुभ मुंद्रा और संकल्प रस्तोगी की इंसॉम्निएटेक ने दूसरा स्थान हासिल कियाए जिनके प्रोजेक्ट ने कंप्यूटर विज़न टेक्नोलॉजी के साथ इंफ्रा.रेड कैमरा का उपयोग करकेए वाहन चालक में मोशन के दौरान नींद का पता लगाने और समय पर अलर्ट देने का प्रस्ताव पेश किया।

इनमें से एक प्रोजेक्टए मुस्कान सॉलिड वेस्टए जिनमें हरि शंकर और सह.संस्थापक मेवा लाल शामिल थे को विशेष तौर पर सम्मान दिया गया। ये एक ऐसा स्टार्ट.अप है जो ऑर्गेनिक वेस्ट को उच्च उपज की खाद में परिवर्तित करता है। इसमें इस्तेमाल की गई तकनीक कम्पोस्टिंग के टाइम को कम करती है और आर्टिफिशियल फर्टिलाइज़र की तुलना में ज्यादा अच्छी खाद बनाती है।

इस समारोह में पुरस्‍कार सैमसंग के बेंगलुरु स्थित आर एंड डी इंस्टीट्यूट के चीफ टेक्नोलॉजी अफसरए डॉण् आलोकनाथ डे द्वारा दिए गए। विजेताओं को 2ण्5 लाख का कैश प्राइस और पांचों फाइनलिस्ट को सैमसंग की ओर से मेरिट सर्टिफिकेट दिया गया।
सैमसंग इनोवेशन अवार्ड्स 2017 को काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिलीए जहां 7 टीमों ने अपने आइडिया को ज्यूरी के समक्ष पेश कियाए जिनमें एसआरआई.बी के डॉण् आलोकनाथ डे और प्प्ज् कानुपर के बायोलॉजिकल साइंस और बायोइन्जिनियरिंग विभाग के प्रोफेसरकृ डॉण् अमिताभ बंदोपाध्‍यायए कम्‍प्‍यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर संदीप शुक्‍ला और केमिकल इंजीनियरिंग विभाग से प्रोफेसर नितिन कायस्‍थ शामिल थे।