नई दिल्ली: कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर कालेधन के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि पिछले 41 माह में सरकार की कालेधन के खिलाफ कार्रवाई ‘शून्य’ है। पार्टी ने पैराडाइज पेपर्स में नाम आने के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत सिन्हा का नाम आने पर इस्तीफे की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जयंत सिन्हा को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनके खिलाफ फौरन एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े तीन साल से सरकार जिस तरह भ्रष्टाचारियों का बचाव कर रही है, उससे लगता है कि वह सिन्हा को भी बचाएगी। पर कांग्रेस यह मुद्दा जोरशोर से उठाएगी। उन्होंने कहा कि कालाधन रखने वाले लोगों की सूची में इजाफा हुआ है। पनामा पेपर्स में पांच सौ और पैराडाइज में 714 नाम आए हैं। पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

कालाधन खुलासों में कांग्रेस नेताओं के नाम भी शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कोई व्यक्ति किसी भी पार्टी से संबंधित हो, उसका नाम सार्वजनिक होना चाहिए। अफसोस की बात यह है कि सरकार विपक्षी दलों के नेताओं के पीछे सीबीआई और ईडी लगा देती है। पर भाजपा से संबंधित और पसंदीदा लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती।

कांग्रेस का कहना है कि सरकार को लीकटेंस्टाइन बैंक, एचएसबीसी, पनामा पेपर्स और पैराडाइज पेपर्स में जिन लोगों के नाम आए हैं, उनके नाम सार्वजनिक करने चाहिए। सरकार को यह सभी नाम उच्चतम न्यायालय की उस पीठ को सौंपनी चाहिए, जो कालाधन धारकों के खिलाफ कार्रवाई की निगरानी कर रही है। सरकार को सीबीआई और ईडी से जांच की हिम्मत दिखानी चाहिए।