लखनऊ। हरे कृष्ण हरे राम और तेरी करूणा में मुझको नाज है, एक नजर में बेड़ा पार हो जाएगा भजन सुनाकर प्रसिद्ध भजन गायक विनोद अग्रवाल ने श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। पंडाल श्रोताओं से खचाखच भरा हुआ। अग्रवाल के भजन पर श्रोता न सिर्फ झूमते रहे बल्कि भाव विह्वल होकर नाचते भी रहे।
मौका राजधानी स्थित में मोतीमहल पार्क में गोविन्द चले आओ, गोपाल चले आओ की ओर से भजन संध्या कार्यक्रम रखा गया था।
विनोद अग्रवाल ने कार्यक्रम के दौरान एक के बाद एक भजन सुनाए। लेकिन उन्होंने जैसे ही श्रोताओं को राधा के उच्चारण से वातावरण को रमणीय कर दिया।
प्यासी है ये अखियां मेरी, बरसाती हैं सावन धारा तान छेड़ी पंडाल में बैठे श्रद्धालु उठ खड़े हुए। इसके बाद उन्होंने तेरी यादों में रोना अच्छा लगता है। अपने दामन को भिगोना अच्छा लगता है। किसको अपना हाल सुनाऊं गिर के घाव किसे दिखाऊं, तन्हाई का कोना अच्छा लगता जैसे भजन सुनाए।
यह सिलसिला शाम को सात बजे शुरू होकर और देर तक जारी रहा। श्रद्धालुओं की मांग में विनोद अग्रवाल ने टूट न जाएं कहीं प्रीत की डोर, रे कान्हा तेरी बांसुरी नींद चुराए भजन सुनाया। इस मौके पर बल्देव कृष्ण जी जगाधरी वाले और धीरज बावरा ने भी मनमोहक भजन सुनाएं।
इस मौके पर उमेश गुप्ता, वीके अरोड़ा, डा. दिलीप अग्निहोत्री,जुगल सचदेवा, संदीप अग्रवाल, सोनू अग्रवाल, विशाल सिन्हा भी उपास्थित रहे।