राहुल गांधी ने मोदी सरकार की तुलना कौरवों से करते हुए कहा कि हमारे पास सिर्फ सच्चाई है, उनके पास पुलिस, सेना और सत्ता, सब कुछ है.
उन्होंने कहा कि गुजरात का सच और बीजेपी के सच में अंतर है. गुजरात का सच बेरोजगारी, महंगाई और शिक्षा है. गुजरात का सच पाटीदारों पर पड़ी लाठी और दलितों पर हो रहा अत्याचार है. बीजेपी का सच आपकी जमीन और पानी लेना है. बीजेपी का सच सूट-बूट वालों की यारी है.
उन्होंने कहा कि यहां सच्चाई और आस्था के बीच की लड़ाई है. गुजरात के लोग कुछ और सोचते हैं और सरकार बनाने वाले कुछ और सोचते हैं.
बीजेपी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बहुत साल पहले महाभारत की लड़ाई हुई. दुर्योधन जी और अर्जुन जी कृष्ण के पास गए. वो भी सत्य और असत्य की लड़ाई थी. दुर्योधन ने जवाब दिया कि सुई के बराबर भी जमीन नहीं दूंगा. आज भी सत्य और असत्य की लड़ाई है.
कौरवों के पास भी बड़ी सेना थी लेकिन पांडवों के पास सच था. मेरे पास भई सच है. हमेशा सच जीतता है.
इससे पहले राहुल गांधी ने गुजरात के धरमपुरा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से मिले और उनके साथ सेल्फी भी ली. यहां राहुल गांधी ने महिलाओं से पूछा कि संसद में महिलाओं के लिए आरक्षण होना चाहिए या नहीं. जवाब में महिलाओं ने एक सुर में कहा कि होना चाहिए.
राहुल ने एक महिला से हाथ मिलाया और कहा कि इतनी जोर से मर्द भी शेक हैंड नहीं करते. महिलाओं से बता करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं न्यूजीलैंड गया था तो वहां मैंने देखा कि वो पूरी दुनिया में दूध बेचते हैं लेकिन हिंदुस्तान में नहीं बेचते. मैंने उनसे पूछा कि आप हिंदुस्तान में दूध क्यों नहीं बेचते तो उन्होंने कहा कि अमूल और आनंद की महिलाओं से हम मुकाबला नहीं कर सकते. आप लोगों ने अपने हाथ की शक्ति उनको भी दिखा दी है.'
राहुल ने कहा हम आपके लिए जो भी होगा करेंगे. एक महिला की समस्या सुनकर उन्होंने कहा कि अगर इनको गलत तरीके से निकाल गया है तो हमारा पहला काम इनकी नौकरी बहाल करना होगा.
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