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आतंकी अब्दुल करीम टुंडा पर कोर्ट में जानलेवा हमला

करनाल: 1996 में सोनीपत ब्लास्ट मामले में दोषी साबित हुए आंतकी अब्दुल करीम टुंडा पर पेशी के दौरान करनाल कोर्ट में जानलेवा हमला हुआ है। हमलावर की पहचान जोगिंदर के रूप में की गई है। जोगिंदर वहीं शख्स है जिसने बीते साल करनाल जेल में टुंडा पर जानलेवा हमला किया था। दरअसल करनाल जेल हमला मामले में टुंडा की कोर्ट में पेशी थी। इसी वक्त करनाल जेल से जोगिंदर को सुनवाई के लिए कोर्ट में लाया गया था। जबकि टुंडा को गाजियाबाद जेल से लाया गया। पिछले साल तीस नंवबर को जोगिंदर ने अमनदीप, पानीपत निवासी, के साथ मिलकर करनाल जेल में टुंडा पर हमला किया था। कोर्ट परिसर में टुंडा पर हमले के बाद पुलिस सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।

गौरतलब है कि टुंडा सोनीपत ब्लास्ट में दोषी करार साबित हुआ था। कोर्ट ने 10 अक्टूबर को उसे उम्र कैद की सजा सुनाई। सोनीपत की जिला अदालत में उसके खिलाफ चार लोगों ने गवाही दी। टुंडा पर 28 सितंबर, 1996 में सोनीपत धमाके कराने का आरोप था। इनमें एक धमाका शाम के समय बस स्टैंड के पास जबकि दूसरा धमाका गीता भवन चौक पर किया गया। इन धमाकों में दर्जनभर लोग बुरी तरह घायल हुए थे। तब इस मामले में पुलिस ने गाजियाबाद के अब्दुल करीम टुंडा और उसके दो साथी शकील अहमद और मोहम्मद आमिर को नामजद किया। हालांकि टुंडा छोड़ दोनों आरोपियों को साल 1998 में ही गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि टुंडा काफी लंबे समय से फरार चल रहा था। दूसरी तरफ टुंडा का नाम 40 से ज्यादा बम धमाकों और उनकी प्लानिंग में आया था।

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