नई ढीली: छत्तीसगढ़ के मंत्री राजेश मूणत तथाकथित अश्लील सीडी के मामले की जांच सीबीआई करेगी. रमन सिंह सरकार की कैबिनेट इस फैसले पर मुहर लगा दी है. रमन सरकार में मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे ने मामले को राजनीतिक साजिश बताते हुए कहा कि प्रदेश कैबिनेट ने पूरे मामले की जांच को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है.

मूणत की शिकायत पर पुलिस ने बघेल, वर्मा और अन्य के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 67 ए के तहत मामला दर्ज किया. इसी मामले में पत्रकार विनोद वर्मा को पुलिस ने उनके गाजियाबाद स्थित निवास से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद उन्होंने कहा कि उनके पास छत्तीसगढ़ के मंत्री राजेश मूणत के कथित सेक्स स्कैंडल की सीडी है इसलिए सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है. उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है.

वर्मा को गिरफ्तार करने के बाद उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) अर्चना के सामने पेश किया गया जिन्होंने उनकी जमानत याचिका नामंजूर कर दी और उन्हें 30 अक्तूबर तक ट्रांजिट रिमांड पर छत्तीसगढ़ पुलिस को सौंप दिया. वर्मा एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के भी सदस्य हैं.

रायपुर जिले के पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला ने दावा किया कि पत्रकार के घर से करीब 500 ‘पोर्न’ सीडी, दो लाख रुपए नकद, एक पेन ड्राइव, एक लैपटॉप और एक डायरी पत्रकार के घर से बरामद की गयी. छत्तीसगढ़ पुलिस की एक टीम ने गाजियाबाद पुलिस की मदद से वर्मा को इंदिरापुरम के महागुन मैंशन अपार्टमेंट्स स्थित उनके घर से तड़के साढ़े तीन बजे गिरफ्तार किया.

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वर्मा के खिलाफ पोर्नोग्राफिक सामग्री रखने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पत्रकार ने दावा किया है कि उनके पास ‘छत्तीसगढ़ के लोकनिर्माण मंत्री राजेश मूणत की सेक्स सीडी’ थी, जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ पुलिस उनसे खफा थी और उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है.

कथित अश्लील सीडी आने के बाद मंत्री राजेश मूणत, राज्य सरकार के लगभग आधा दर्जन मंत्रियों तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक के साथ सिविल लाईंस थाना पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई. इधर, सीडी सामने आने के बाद पुलिस ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सौरभ निर्वाणी और अनिल सिंह बघेल को गिरफ्तार कर लिया था.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि निर्वाणी और बघेल पर आरोप है कि उन्होंने मंत्री राजेश मूणत के शासकीय निवास पर लगी नाम पटि्टका पर स्याही डाला और नारेबाजी की थी. नायक ने बताया कि निर्वाणी और बघेल को प्रतिबंधात्मक धारा के तहत गिरफ्तार किया गया था.

वहीं मूणत ने कहा कि सीडी ‘फर्जी’ है और ‘उनका चरित्र हनन करने की एक कोशिश’ है जबकि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने मुद्दे को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए. मूणत ने रायपुर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मांग की कि सीडी की सच्चाई की जांच की जाए और इस ‘साजिश’ में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाए.

छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रवक्ता शिवरतन शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ‘फर्जी सीडी’ से जुड़ी ‘साजिश’ में शामिल हैं.

उन्होंने कहा कि साजिश का मूल उद्देश्य ब्लैकमेलिंग है और ‘अगर भूपेश बघेल के पास सीडी थी तो उन्हें पुलिस का रूख करना चाहिए था और मामला दर्ज कराना चाहिए था.’ शर्मा और मूणत दोनों ने सवाल किया कि पत्रकार ने ‘सीडी की 500 प्रतियां क्यों तैयार कीं.’ दूसरी ओर बघेल ने मुद्दे को लेकर मंत्री के इस्तीफे की मांग की और दावा किया गया कि प्राथमिकी में विनोद वर्मा का नाम नहीं था.

उन्होंने कहा कि प्रकाश बजाज नाम के एक व्यक्ति की शिकायत के बाद छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के पंडरी पुलिस थाने में ब्लैकमैल और उगाही का एक मामला दर्ज किया गया.