नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार ने संसद में विपक्षी दलों के सहयोग से पास जीएसटी को लागू कर दिया. इसके साथ ही शुरू हुआ था व्यापारी वर्ग की समस्याओं और शिकायतों को दौर जो अभी भी जारी है. व्यापारी वर्ग की नाराजगी के बीच कहा जा रहा है कि जीएसटी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर चल रहा है. नोटबंदी के बाद जीएसटी के लागू हो जाने के कारण व्यापारी वर्ग को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है. जीएसटी पर एक कार्यक्रम में बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जीएसटी को बदलना होगा. पूरी तरह रिफार्म करना होगा. जो जीएसटी 28 प्रतिशत पर है वो 18 फीसदी होना चाहिए. हम टैक्स को सरल करेंगे और उसमें बदलाव करेंगे.

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहा. उन्होंने कहा कि जीएसटी केवल अविश्वास को बढ़ाने का काम कर रहा है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि जीएसटी टैक्स टेररिज्म को बढ़ावा दे रहा है, इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा दे रहा है. उन्होंने वित्तमंत्री

अरुण जेटली की बात को कहा कि जेटली कह रहे हैं 2019 तक सब ठीक हो जाएगा. राहुल गांधी का कहना है कि नोटबन्दी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को बरबाद कर दिया है. बेरोजगारी बढ़ी है. जेडीपी घटा है, निवेश घट रहा है. जीडीपी 4.2 प्रतिशत पर आ चुका है. ये एमएमडी यानी ये मोदी मेड डिजास्टर है. इस सरकार पर विश्वास खत्म हो चुका है.

राहुल गांधी ने कहा कि इस सरकार से लोगों का विश्वास खो चुका है. उन्होंने कहा कि पीएम को लगता है कि देश का हर नागरिक चोर है. उन्होंने कहा कि 8 नवंबर को नोटबंदी की बरसी है. 500 और 1000 रुपये के नोट की बरसी है.