मुंबई देश के सबसे बडे ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक ने हाल ही एसबीआई के डीएमडी और सीआईओ मृत्युंजय महापात्र के हाथों अपने हैकथॉन-डिजिटाइज फॉर बैंक (#डी4बी2017) के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया।
एसबीआई सहयोगी नवाचार केंद्र (सीआईसी) द्वारा प्रस्तुत डिजिटाइज फाॅर बैंक (#डी4बी2017) संज्ञानात्मक थीम में 4 उपयोग के मामलों पर एक क्यूरेटेड डिजिटल हैकथाॅन है। ये हैं- चेहरे की मान्यता, हस्ताक्षर मान्यता, आवाज आधारित प्रमाणीकरण और चेक कटौती वैल्यू एन्हांसर्स।

आज, बैंक पहचान की धोखाधड़ी, हस्ताक्षर सत्यापन के साथ जुडी समस्याओं और बहुआयामी प्रमाणीकरण की कमी जैसी कई चुनौतियां का सामना कर रहे हैं।

इस अवसर पर एसबीआई के हैड इनोवेशन सुदिन बरावकर ने कहा, ‘डी4बी2017 डिजिटल प्रक्रियाओं को स्वचालित प्रक्रियाओं में बदलने, पैटर्नों की पहचान करने, दक्षता में सुधार लाने और धोखाधड़ी का पता लगाने में बैंक की सहायता करेगा। साथ ही, बाहरी लोगों की पहचान करेगा और सत्यापन संबंधी त्रुटियों को कम करने और ग्राहकों के अनुभव को आसान बनाने में भी सहायक साबित होगा।‘

पहले चरण में प्रतिभागी 11 से 27 अक्टूबर 2017 के दौरान अपनी अवधारणा को रजिस्टर करा सकेंगे। इसके बाद 1 नवंबर से हैकथाॅन शुरू होगा और यह 12 नवंबर तक चलेगा। अंतिम दौर में पहुंचने वाले लोगों को फाइनल इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा और वे 20 से 29 नवंबर के दौरान अपने प्रोडक्ट का प्रदर्षन कर सकेंगे। विजेता का एलान 30 नवंबर 2017 को किया जाएगा और विजेता टीमों को एसबीआई के साथ इनक्यूबेषन और एक्सीलरेशन का अवसर मिलेगा।