लखनऊ: अयोध्या में चल रहे दिवाली समारोह में तब का दृश्य बेहद भावनात्मक और रोमांचक कर देने वाला था जब राम की शोभा यात्रा की अगुवाई एक ही परिवार के 5 मुस्लिम भाई कर रहे थे। लोग इनके पांव छू रहे थे, इनके सामने हाथ जोड़ रहे थे और इन पर फूलों की वर्षा कर रहे थे। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पौराणिक कथाओं में भगवान राम के वनवास से लौटने की खुशी में मनाई गई दिवाली को अयोध्या में फिर से मना रही है। इस सिलसिले में बुधवार को अयोध्या के राम की पौड़ी में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया था। बुधवार को ही अयोध्या साकेत कॉलेज से राम कथा पार्क तक तीन किलोमीटर लंबी शोभा यात्रा निकाली गई। इस शोभा यात्रा में राजस्थान के दौसा जिले से आए बहुरुपिया समुदाय के पांच मुस्लिम भाई आकर्षण का केन्द्र थे। इस शोभा यात्रा की अगुवाई राम की वानर सेना कर रही थी। राम की वानर सेना में शामिल थे शमशाद, फरीद, सलीम, अकरम और फिरोज।

इस शोभा यात्रा में शमशाद वानर सेना के सदस्य बने थे। इसके लिए उन्हें दो घंटे तक मेकअप करनी पड़ी। शमशाद का भाई फरीद भगवान शिव के वेशभूषा में थे। जबकि सलीम ने हनुमान का रूप धरा था। सबसे छोटा भाई अकरम भगवान कृष्ण बने थे। सबसे बड़े भाई फिरोज राम के अयोध्या आगमन पर उनके स्वागत के लिए बनी समूह के सदस्थ थे। फरीद कहते हैं कि उनका परिवार सालों से रामलीला से जुड़ा हुआ है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब उन्हें अयोध्या बुलाया गया। फरीद के मुताबिक अगर ये त्योहार ऐसे ही मनाते जाते रहें तो हम अपनी खोई संस्कृति को फिर से वापस पा सकते हैं।
बता दें अयोध्या में बुधवार को छोटी दिवाली जोर-शोर से मनाई गई।