लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज घण्टा घर पार्क चैक में आयोजित स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ स्वयं सफाई करके किया। स्वच्छता अभियान में 23 चुनिन्दा शहरों में दशहरे से दिवाली के बीच एक हजार टन कचरा साफ करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, स्थानीय विधायक श्री नीरज बोरा, मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली, मनकामेश्वर मंदिर की महन्त दिव्यागिरी, नवाब मीर अब्दुला जाफर, कई विश्वविद्यालय के कुलपतिगण, दैनिक जागरण के स्थानीय सम्पादक श्री अभिजीत मिश्रा सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवी संस्थाएं एवं स्कूली छात्र उपस्थित थे। स्कूली छात्र-छात्राओं ने स्वच्छता के प्रति जागरूकता के लिये नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किये। राज्यपाल ने स्वच्छता जागरूकता के प्रति हस्ताक्षर अभियान में भी सहभाग किया।

राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सम्पन्न घराने की महिला और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाली महिला दोनों की इज्जत बराबर है। इस दृष्टि से झुग्गी-झोपड़ी में भी शौचालय का निर्माण हो। घर में शौचालय होगा तो शरीर भी अनेक बीमारियों से दूर रहेगा। स्वच्छता और स्वास्थ्य का आपस में सीधा संबंध है। खुले में शौच को समाप्त करने के लिये घरों में शौचालय का निर्माण अत्यन्त आवश्यक है। स्वच्छता एक चुनौती है जिसे सफल बनाने के लिये संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि समाज को यह चित्र बदलने के लिये आगे आना चाहिए।

श्री नाईक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधी जयन्ती के दिन 02 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ किया था। इसी क्रम में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने 15 सितम्बर, 2017 को ‘स्वच्छता अभियान’ की तीसरी वर्षगांठ पर कानपुर देहात के ईश्वरगंज गांव से ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान का शुभारम्भ किया। 02 अक्टूबर, 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया था कि वर्ष के अंत तक 30 जिलों में शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौच से मुक्त किया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिये इच्छाशक्ति की आवश्यकता है।