लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में पिछले दिनों हुई घटना को साजिश बताते हुए आज कहा कि मामले की शुरुआती जांच से असमाजिक तत्वों की भूमिका सामने आई है. योगी ने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में जो घटना हुई वह एक साजिश का परिणाम थी और शुरुआती जांच में इसमें असामाजिक तत्वों की भूमिका सामने आई है. अराजकता फैलाने वालों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा.

उन्होंने कहा कि कार्रवाई रिपोर्ट आ चुकी है. प्रशासन को इस बात की सख्त हिदायत दी गई है कि किसी भी छात्र-छात्रा को परेशान ना करें, लेकिन उनकी आड़ में जिन असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, उनकी तह तक जाएं और आगजनी और तोड़फोड़ करने वालों से सख्ती से पेश आएं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के प्रशासन से आग्रह किया गया है कि उन्हें छात्रों से संवाद स्थापित करना चाहिए. विश्वविद्यालय में हो रहे घटनाक्रम की कवरेज करने गए पत्रकारों पर हुई लाठीचार्ज की घटना के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतिम जांच रिपोर्ट मिलते ही दोषियों पर कार्रवाई होगी.

उन्होंने कहा कि बीएचयू प्रकरण संवेदनशील हैय छात्राओं की समस्याओं के समाधान के लिए प्राक्टोरियल बोर्ड को अपना काम करना चाहिए था. योगी ने राज्य और केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों से विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित करने की सलाह दी.
विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है लेकिन विपक्ष मात्र अनर्गल प्रलाप कर रहा है. मालूम हो कि राज्य सरकार ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हाल में छेड़छाड़ के विरोध में छात्राओं के प्रदर्शन और उन पर पुलिस लाठीचार्ज समेत सम्पूर्ण प्रकरण की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिए हैं.