गुरुग्राम के रेयान स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के बाद अब पानीपत के एक प्राइवेट स्कूल में नौ साल की बच्ची के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। घटना के बाद परिजनों ने पुलिस और स्कूल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस ने एक अज्ञात शख्स के खिलाफ पोस्को के तहत मामला दर्ज कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक, ‘किसी अंदरूनी शख्स पर ही इस घटना को अंजाम देने का शक है। करीब 4-5 लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।’ पानीपत की डीएसपी विद्यावती ने बताया, ‘लड़की के पिता की शिकायत पर हमने मामला दर्ज करके घटना की जांच शुरू कर दी है।’

घटना बुधवार सुबह 8 बजे की है, जबकि एफआईआर देर रात में दर्ज की गई। गुरुवार को परिजन स्कूल के बाहर इकट्ठा हुए और उन्होंने स्कूल प्रशासन पर मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाया। वहीं दूसरी ओर स्कूल के प्रिंसिपल ने स्थानीय मीडिया से कहा है कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। सूत्रों के मुताबिक कक्षा चार की छात्रा बुधवार को अपने यूनिट टेस्ट देने के लिए स्कूल गई थी। उसके साथ स्कूल के टॉयलेट में छेड़छाड़ की गई।

स्कूल प्रशासन ने परिजनों को सूचना दी कि आपकी बच्ची रो रही है और उसे घर जाने के लिए कह रही है। करीब 9 बजे परिजन उसे स्कूल से घर ले आए। सूत्रों ने बताया, ‘जब वह कपड़े बदल रही थी तो परिजनों ने उसके शरीर पर चोट के निशान देखे।’ प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन ने पीड़िता के परिवार की समय पर मदद नहीं की। हालांकि, स्कूल प्रशासन के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि प्रबंधन को घटना के बारे में शाम को 7 बजे पता लगा। शाम को करीब 8.45 बजे लड़की के परिजन पानीपत महिला थाने पहुंचे और अगले दो घंटे में उनकी एफआईआर दर्ज की गई।

प्रदर्शन करने वालों में शामिल राजीव कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि आरोपी ने हरे रंग की टीशर्ट पहनी हुई थी। साथ ही उन्होंने बताया, ‘स्कूल में टॉयलेट के सामने कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। हमें बताया गया कि स्कूल गेट के सामने लगाए गए सीसीटीवी कैमरे को पहले ही हटाया जा चुका है। यह उस स्कूल का मामला है, जो कि छात्रों से एक महीने की 8 से 10 हजार फीस रूपए वसूल रहा है।’ कुमार के मुताबिक हमने स्कूल प्रशासन से बुधवार को अपील की थी कि तीन दिनों के लिए स्कूल बंद कर दिया जाए, ताकि सही जांच हो सके। लेकिन गुरुवार को भी स्कूल में क्लास जारी थीं। गुस्साए परिजनों का सवाल है कि लड़कियों के लिए बनाए गए टॉयलेट में एक पुरुष कैसे घुस सकता है।