लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपनी सरकार के छह महीने के कार्यकाल पर लाए गए श्वेत पत्र को लेकर मायावती ने तीखा वार किया है. मायावती ने कहा कि योगी सरकार अपनी कमियों को छिपाने के लिए पिछली सरकारों पर दोष मढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह दूसरों को बुरा बताकर खुद को अच्छा साबित करने की कोशिश है. मायावती ने एक बयान जारी कर कहा कि योगी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार असल में केंद्र की मोदी सरकार की तरह ही जनहित, जनकल्याण, विकास और कानून-व्यवस्था के मामले में विफल और फिसड्डी रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारें विपक्षी पार्टियां और पूर्ववर्ती सरकारों को निशाना बनाने का प्रयास करती रहती हैं, ताकि लोगों की आंखों में धूल झोंककर अपनी कमियों पर से ध्यान भटका सके.

उन्होंने कहा कि यह अपनी सरकार की कमियों पर पर्दा डालने का ही एक घिनौना प्रयास है, जिसे जनता कतई पसंद नहीं करती. योगी सरकार को अब जनता को यह भी बता देना चाहिए कि वह आगे और कितने समय तक अपनी सरकार की कमियों पर पर्दा डालने के लिए पहले की सरकारों पर दोष मढ़ते रहेंगे.

योगी सरकार ने 'श्वेत पत्र' जारी करके उल्टी गंगा बहाने का ही प्रयास किया है. बसपा प्रमुख ने कहा कि मंगलवार को संवाददाता सममेलन करके योगी द्वारा अपनी सरकार के 'कारनामों' को उपलब्धि के तौर पर बताने का जो प्रयास किया गया है, वह और कुछ नहीं बल्कि उनकी 'मजबूरी' थी क्योंकि, मोदी सरकार की भी यही गलत कार्यशैली देश को लगातार देखने को मिल रही है.