लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वच्छता कार्यक्रम एक आन्दोलन बने और इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से आरम्भ हो, तो इसका संदेश पूरी दुनिया में जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता प्रधानमंत्री जी की प्राथमिकता के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। उन्होंने काशी को स्वच्छता कार्यक्रम के नेतृत्व किए जाने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने शपथ ग्रहण करने के साथ ही कहा था कि उनकी सरकार देश के गांव, गरीब, मजदूर, सफाईकर्मी सहित समाज के अन्तिम व्यक्ति पंक्ति में बैठे विकास से वंचित मजलूमों की है। जब प्रधानमंत्री जी ने देश की बागडोर संभाली उससे पहले का दौर राजनैतिक नेतृत्व की अस्थिरता का रहा। देश एवं प्रदेश में जो भी विकास योजनाएं बनाई गईं, उनमें गरीबों को ध्यान में नहीं रखा जाता रहा। ये योजनाएं वोट बैंक के दृष्टिगत बनाई जाती रहीं।

मुख्यमंत्री आज वाराणसी के चैकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल सभागार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित सफाई मित्रों के सम्मान समारोह में स्वच्छता मित्रों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को सेवा से जोड़ने का जो कार्य शुरू किया गया है, वह अद्भुत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की जन-धन योजना के तहत 30 करोड़ गरीबों का बैंक खाता खोला गया। इसके माध्यम से वे गरीब लोग जो बैंकों में जाने की भी नहीं सोचते थे, वे आज बैंकांे से लेन-देन करते हैं।

योगी ने ‘आम के आम और गुठलियों के भी दाम’ मुहावरे का उदाहरण देते हुए कहा कि गरीब जो बैंकों में पैसे के अभाव में अपना खाता नहीं खोल पाते थे, उनका प्रधानमंत्री जी ने निःशुल्क बैंक खाता खुलवाया। साथ ही, किसी भी गरीब की अपरिहार्य स्थिति में मृत्यु हो जाने पर उसके बैंक खाते पर दो लाख रुपए तक का बीमा तथा धनराशि न होने पर भी बैंक खाते के आधार पर 5 हजार रुपए तक की धनराशि अपने बैंक खाते से निकालने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि कोई भी गरीब व्यक्ति भूखा न रहने पाए, यह सुनिश्चित कराए जाने हेतु हर गरीब व्यक्ति का राशन कार्ड बनवाया जा रहा है। राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़कर यह भी सुनिश्चित कराया जा रहा है कि कोई भी गरीब परिवार राशन कार्ड पाने से वंचित न रहने पाए। हर गरीब एवं पात्र व्यक्ति को सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान ने अनाज प्राप्त हो, हर गरीब व्यक्ति के पास शौचालय हो, यह अभियान चलाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसम्बर, 2017 तक प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र जनपद वाराणसी को पूरी तरह खुले में शौचमुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि कोई भी गरीब व्यक्ति को अपने मकान की छत मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री गरीब आवास योजना (शहरी एवं ग्रामीण) संचालित की गई है। वाराणसी में जिन गरीब लोगों के पास अपनी छत नहीं है, प्रधानमंत्री जी अपने आगामी वाराणसी दौरे के दौरान उन 15 हजार गरीब पात्र परिवारों को आवासों का प्रमाण पत्र मुहैया कराएंगे। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से पूरी दुनिया में काशी की अपनी एक अलग पहचान है। लेकिन प्रधानमंत्री जी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण यह और भी प्रमुख हो गया है। उन्होंने कहा कि काशी को पुनः स्थापित करना है।

योगी ने इस अवसर पर सैकड़ों स्वच्छता मित्रों को सम्मानित भी किया। इससे पूर्व, उन्होंने सफाई मित्रों के सम्मान समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। उन्होंने पुलिस जवानों के 50 मोटर साइकिल दस्ते को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अपराधियों पर कानून का शिकंजा कसने में यह मोटर साइकिल दस्ता प्रभावी होगा। अपराधियों में कानून का डर अब दिखने लगा है। किन्तु अभी इसमें सुधार होने की आवश्यकता है, ताकि आम जनमानस राहत की सांस ले पाए। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने सेण्ट्रल कोल फील्ड्स लिमिटेड के ‘लक्ष वृक्षारोपण अभियान’ के तहत पौधरोपण किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मण्डलीय आॅडीटोरियम में विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा भी की। उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ ट्रस्ट द्वारा 13 करोड़ रुपए की लागत से बनवाए जा रहे अन्न क्षेत्र के निर्माण कार्य को तय समय-सीमा में चालू कराए जाने पर जोर देते हुए कहा कि इस अन्न क्षेत्र में जहां गरीबों को निःशुल्क भोजन मुहैया कराया जाएगा, वहीं आम जनमानस भी काफी कम मूल्य पर भोजन कर सकेगा। उन्होंने अन्न क्षेत्र में भी स्वच्छ एवं आधुनिक रसोई की व्यवस्था कराए जाने पर जोर दिया।