लखनऊ। मोतीमहल लान राणप्रताप मार्ग में चल रहे पन्द्रहवे राष्ट्रीय पुस्तक मेले की किताबे सर्वधर्म समभाव का संदेश दे रही हैं। यहां, बाइबिल, कुरआन, गीता और वेद सब कुछ एक ही जगह उपलब्ध है। मेले के आज चैथे दिन भी खूब रौनक रही।

निःशुल्क प्रवेश वाले इस पुस्तक मेले में द गिडियन्स के स्टाल पर लोगों को बाइबिल भेंट की जा रही है तो रामकृष्ण मिशन के स्टाल पर स्वामी रामकृष्ण परमहंस और विवेकानन्द के साहित्य को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। चिन्मय मिशन, हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के स्टाल पर गुरु कमलेश पटेल की अध्यात्म दर्शन की अंग्रेजी किताबों भी लोगों को भा रही हैं पितृपक्ष के इन दिनों पुस्तक मेले में उमड़ने वाले उम्रदराज पुस्तक प्रेमियों का अध्यात्म के प्रति ज्यादा लगाव दिखाई दे रहा है। कुछ स्टालों पर तो बाकायदा योग की टेªनिंग भी जा रही है। वैदिक साहित्य के स्टाल पर वेद सम्बंधित किताबों का खासा भण्डार है। अहमदिया मुस्लिम कम्युनिटी के स्टाल पर हिन्दी, अंग्रेजी व उर्दू-अरबी में इस्लामी साहित्य उपलब्ध है। चिन्मय मिशन के स्टाल पर भी किताबें और सीडी इत्यादि खूब हैं। हैवन टू अर्थ स्टाल पर फेंग्शुई और वास्तु आदि के यंत्र भी लोगों की पसंद बने हैं।
बाल व युवा मंच पर ज्योति किरन के संयोजन में प्रतियोगिताओं का दौर चला तो मुख्य मंच पर आज सुबह से दोपहर बाद तक गीत, नवगीत, मुक्तक मंच से गंूजते रहे। यहां अगीत परिषद की रंगनाथ मिश्र सत्य की अध्यक्षता में सम्पन्न काव्यगोष्ठी में विनोदकुमार सिन्हा की कृति इन्द्रधनुष-एक प्रयास और मुरली मनोहर कपूर निर्दोष की हिन्दी गीतिकाएं का लोकार्पण हुआ। इस अवसर पर मनु बाजपेयी, पार्थो सेन, अमिता सिंह, डा.प्रवीण त्रिपाठी, प्रो.ऊषा सिन्हा, डा.योगेश, श्याम गुप्त, मनमोहन बाराकोटी इत्यादि अनेक कवियों ने रचनाएं पढ़ीं। अरुणकुमार श्रीवास्तव अरुण के गजल संग्रह ‘अधूरी ख्वाहिशें’ का लोकार्पण डा.योगेश प्रवीन, प्रो.ऊषा सिन्हा, उर्मिला सिन्हा, पद्मा गिडवानी, नवीन शुक्ल, आस्था ढल इत्यादि की उपस्थिति में हुआ।
डाक्टर से मिलिए कार्यक्रम में डा.मयूरी निगम ने आयुर्वेद के सहज उपायों से खासकर महिलाओं को होने वाले रोगों के उपचारों के बारे में बताया। डा.शिखा गुप्ता ने एक्यूप्रेशर के बिंदु पर दबाव डालकर अनेक रोगो में राहत पाने के उपाय सुझाए। मदर सेवा संस्थान की ओर से प्रस्तुत महेशचन्द्र देवा के मजेदार बाल नाटक तीन लड्डू में पंकज, जैसी गौतम, दीपक सिद्धार्थ, श्रीकांत गौतम, पूर्णिमा, कीर्ति, कृष्णा, याकूब खान, नेहा, पूजा व खुशी ने अभिनय किया। पाश्र्व में शिवकुमार, अजय यादव, रमेश सैनी व किरन लता का सहयोग रहा। अंत में रंजना दीवान व साथियों ने गीत-संगीत की प्रस्तुति दी।