लखनऊ: दुनिया भर में मौत का खेल बन चुके ‘ब्लू व्हेल गेम’ ने लखनऊ में दस्तक देते हुए आठवीं क्लास के छात्र आदित्य वर्द्धन सिंह (14) की जान ले ली। इंदिरानगर के बी-ब्लॉक में रहने वाले आदित्य ने गुरुवार दोपहर कमरे में पंखे के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

बुजुर्ग नानी ने आदित्य को फंदे पर झूलते देख पड़ोसियों को सूचना दी। आनन-फानन में उसे नजदीक के शेखर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने घरवालों से बात की तो पता चला कि आदित्य पिछले दो हफ्ते से मोबाइल में कोई वीडियो गेम खेल रहा था। जिससे वह तनाव में रहने लगा था। दोस्तों से पता चला कि आदित्य ब्लू व्हेल गेम खेलता था।

हरदोई निवासी रूपेश कुमार सिंह पेशे से वकील हैं। परिवार में पत्नी अरुणा सिंह, बेटा आदित्य वर्द्धन सिंह और एक बेटी है। आदित्य की बेहतर शिक्षा के लिए अरुणा करीब साल भर पहले उसे लेकर लखनऊ आ गई थी। यहां वह इंदिरानगर के मकान नंबर बी-1529 में अपने पिता उदय प्रकाश सिंह और मां सरला सिंह के साथ रह रही थी। उदय प्रकाश एक पब्लिकेशन हाउस चलाते हैं जिसमें अरुणा भी उनकी मदद करती है।

नाना उदय प्रकाश सिंह ने बताया कि आदित्य खुर्रमनगर में रिंग रोड स्थित निर्मला कॉन्वेंट स्कूल में कक्षा-8 का छात्र था। इस समय स्कूल में परीक्षाएं चल रही हैं। शुक्रवार को आदित्य का पेपर भी था। उन्होंने बताया कि बुधवार शाम तक आदित्य का बर्ताव सामान्य था। वह अपने दोस्तों के साथ खेलने भी गया था। रोजाना की तरह गुरुवार सुबह उदय प्रकाश और अरुणा पब्लिकेशन हाउस चले गए। इस दौरान आदित्य अपनी नानी सरला देवी के साथ घर पर था।

सरला ने बताया कि आदित्य ने सुबह 9 बजे नाश्ता किया। इसके बाद ऊपर अपने कमरे में चला गया। दोपहर करीब 1 बजे सरला ने आदित्य को मोटर बंद करने के लिए आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर सरला उसके कमरे में गईं, देखा तो आदित्य पंखे से दुपट्टे के फंदे पर लटका था। यह देख उनकी चीख निकल गई। सरला ने शोर मचाकर पड़ोसियों को इकट्ठा किया। पड़ोस में रहने वाले रवि दीक्षित और विष्णु ने आदित्य को फंदे से नीचे उतारा और शेखर हॉस्पिटल ले गए। वहां डॉक्टरों ने आदित्य को मृत घोषित कर दिया।

आदित्य की मौत का पता चलते ही घर में कोहराम मच गया। मां अरुणा बेहोश होकर गिर गई जिसके बाद पड़ोस की महिलाओं ने उन्हें संभाला। मौसा रोहित और नाना उदय प्रकाश सिंह ने बताया कि आदित्य स्वभाव से खुशमिजाज था। वह होनहार छात्र था और पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहता था। पिछले दो हफ्ते से वह मोबाइल पर गेम खेला करता था। इस पर घरवालों ने उसे टोका भी था जिसके बाद से वह अकेले में गेम खेलने लगा। उन्होंने बताया कि इसी वीडियो गेम ने उसकी जान ले ली।

गाजीपुर इंस्पेक्टर गिरजाशंकर त्रिपाठी ने बताया कि घटना की सूचना पर अरावली चौकी इंचार्ज एसआई दुर्गा प्रसाद यादव मौके पर गए थे। लेकिन, घरवालों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। इसके लिए उन्होंने पुलिस को लिखित प्रार्थना पत्र भी दिया। लिहाजा शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। घरवालों ने पुलिस को बताया कि आदित्य ने ब्लू व्हेल गेम के चक्कर में पड़कर खुदकुशी की है।