नई दिल्ली: भारत में रोहिंग्या शरणार्थियों की मौजूदगी का मुद्दा सुर्खियों में है. पीएम मोदी म्यांमार की यात्रा पर हैं जहां उन्होंने सीधे तौर पर तो इस मुद्दे को नहीं उठाया लेकिन वहां हो रही हिंसा पर चिंता जाहिर जरूर की है.केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने रोहिंग्या मुस्लिमों को निर्वासित करने के सरकार के फैसले का मंगलवार को बचाव किया. रिजिजू ने कहा कि रोहिंग्या अवैध प्रवासी हैं और उनके पास सामान्य भारतीयों की तरह समान अधिकार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संगठन व मानव अधिकार संस्थाओं का सरकार को दोष देना सही नहीं है कि सरकार रोहिंग्या मुस्लिमों के प्रति कठोर हो रही है.

रिजिजू ने एक प्रेस सम्मेलन में कहा, "मैं यह बात साफ कर दूं कि रोहिंग्या अवैध प्रवासी हैं और भारतीय नागरिक नहीं हैं. इसलिए वे किसी चीज के हकदार नहीं हैं, जिसका कि कोई आम भारतीय नागरिक हकदार है." उन्होंने रोहिंग्या मुस्लिमों के निर्वासन पर संसद में दिए गए अपने बयान पर कहा कि रोहिंग्या लोगों को निकालना पूरी तरह से कानूनी स्थिति पर आधारित है.