लखनऊ: बेसिक माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभागों द्वारा आयोजित राज्य अध्यापक पुरुस्कार समारोह में मंगलवार को सीएम योगी ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा के लिए 40 शिक्षकों को सम्मानित किया. लोक भवन में आयोजित हुए सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चयनित शिक्षकों को विभूषित किया.

इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे यहां व्यास और गुरु पूर्णिमा मनाने का भी महत्व. हम सभी गुरु शिष्य की परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं शिक्षकों को हदृय से बधाई देता हूं. हम यूपी की 22 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

वर्तमान सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं. सरकार के लिए शिक्षा भी एक चुनौती है. 99.9 फीसदी बच्चे स्कूल जा रहे हैं. शिक्षा के लिए यह एक अच्छी शुरुआत है.

सीएम ने कहा कि 30-40 वर्ष पहले कई प्रदेशों में यूपी के शिक्षक होते थे. पूर्वोत्तर के राज्यों में बच्चा-बच्चा हिन्दी बोलता है. उत्तर प्रदेश के शिक्षकों ने कई प्रांतों में योगदान दिया. यूपी के शिक्षकों ने कई राज्यों में शिक्षा की ज्योति जगाई. हमारे पास अच्छे विद्यालय, विश्वविद्यालय हैं. शिक्षा जगत से जुड़ी समस्या का निदान करना होगा. उन समस्याओं के कारणों को ढूढ़ना होगा.

कार्यक्रम में सीएम ने 8 प्रधानाचार्य, 17 अध्यापक और अध्यापिकाओं को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया. वहीं उच्च शिक्षा जगत की 5 विभूतियों सरस्वती सम्मान से नवाजा. इनमें वर्ष 2016 के लिए नीलिमा गुप्ता और डॉ शशि मालिक को सम्मान दिया गया. वहीं प्रो ओमकार, डॉ अशोक कुमार वर्मा और डॉ जीएस राठौर को वर्ष 2017 के​ लिए सम्मानित किया गया. शिक्षक श्री सम्मान 2016 के 4 प्रोफेसर एवं 2017 के 6 प्रोफेसर को सम्मान दिया गया.

इनमें 2016 के लिए प्रो एचएस शुक्ला, प्रो अरविंद कुमार, डॉ ज्ञान प्रकाश यादव, डॉ गीता सिंह शामिल रहे. वहीं 2017 के लिए प्रो राजीव मनोहर, प्रो सौमित्र कुमार सेनगुप्ता, डॉ सिराजुद्दीन, डॉ भास्कर शुक्ल, डॉ श्रीप्रकाश और डॉ संजीव कुमार शुक्ला को सम्मानित किया गया.