लखनऊ: लखनऊ में आज अखिलेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना गृह मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों औपचारिक उद्घाटन से परवान चढ़ गयी| अब 6 सितम्बर से लखनऊ वासी मेट्रो का सफर करने लगेंगे| योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह राज्य के बाकी शहरों में भी मेट्रो लाने की कोशिशों में लगे हैं। राजनाथ सिंह ने कहा जिस शहर में मेट्रो ट्रेन चलती है उस शहर में विकास के नए द्वार खुल जाते हैं।

लखनऊ मेट्रो को लेकर विवाद भी हुआ। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दावा किया कि उनके वक्त में इसको बनाया गया है। वहीं केंद्र सरकार इसका क्रेडिट खुद लेना चाहती है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने ट्वीट में लखनऊ मेट्रो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना करार दिया था। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को इस कार्य को पूरा करने के लिए बधाई दी थी। इसपर उनकी काफी आलोचना हुई। लोगों ने कहा कि अखिलेश द्वारा किए गए काम का क्रेडिट सरकार खुद लेना चाहती है। लखनऊ में आज सपा कार्यकर्ताओं ने जगह जगह पर प्रदर्शन कर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ में मेट्रो लाने के लिए धन्यवाद् अदा किया और साथ लोगों को यह भी बताने की कोशिश की कि लखनऊ में मेट्रो प्रोजेक्ट सपा सरकार और अखिलेश यादव है |

लखनऊ मेट्रो रूट:
लखनऊ मेट्रो ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाघ मेट्रो स्टेशन तक का सफर तय करेगी। मेट्रो का परिचालन सुबह 6 बजे से शुरु होगा जो कि रात के दस बजे तक चलेगा। इस मेट्रो में यात्रियों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए इसमें फायर स्मोक डिटेक्शन और प्रोटेक्शन व इमरजेंसी में तुरंत बाहर निकलने जैसी सभी सुविधाएं दी गई हैं। जिस प्रकार की सुविधा दिल्ली मेट्रो में यात्रियों को मिलती है उसी प्रकार लखनऊ मेट्रो में भी सारी सुविधाएं मिलेंगी। इतना ही नहीं इस मेट्रो के पहियों के जरिए बिजली पैदा करने के इंतजाम भी किए गए है। यह मेट्रो प्रत्येक स्टेशन पर सात मिनट में पहुंचेगी। यह 80 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ने में सक्षम है।

लखनऊ मेट्रो की दो लाइन हैं जिनमें नॉर्थ-साउथ लाइन और ईस्ट-वेस्ट लाइन शामिल हैं। चारबाघ मेट्रो स्टेशन से चलने वाले यात्रियों का सफर वसंत कुंज पर खत्म होगा और दोनों लाइन को एक साथ जोड़ने की सुविधा चारबाघ स्टेशन पर ही होगा। ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाघ तक 22 स्टेशन होंगे जिनमें 19 ऊपर चलेंगी और 3 अंदरग्राउंड होंगी। फिलहाल साढे 8 किलोमीटर तक के सफर के लिए केवल 8 स्टेशनों को ही चालू किया जा रहा है, जिनमें ट्रांसपोर्ट नगर, कृष्णा नगर, सिंगार नगर, आलमबाघ, आईएसबीटी, मवैया, दुर्गापुरी, चारबाघ शामिल हैं। इस मेट्रो के जरिए लखनऊ में कई लोगों को रोजागर भी मिला है। लखनऊ मेट्रो को पटरियों पर दौड़ाने की जिम्मेदारी महिला ड्राइवरों को भी दी गई है।