लखनऊ: अवध गर्ल्स पिजी कॉलेज ने ईशा फाउंडेशन के साथ एक सेशन का आयोजन किया जिसमे १५०० लड़कियों ने 'नदी अभियान ' को समर्थन देने का संकल्प लिया | कॉलेज की प्रिंसिपल श्रीमती उपमा चतुर्वेदी जी ने कहा "अगर हमें शांति से जीना है तो हमे अपने पर्यावरण को बचाना होगा और नदियां हमारे पर्यावरण का एक अभिन्न अंग हैं | तो हमें इन्हे सूखने से बचाने मैं साथ देना ही चाहिए | मैं 'नदी अभियान ' का समर्थन करती हूँ , आप भी कीजिये|".

अतिथि वक्ता, यूनिवर्सल बुक सेलर्स के मालिक और पिएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के चेयरमैन गौरव प्रकाश ने कहा “पानी की कमी की वजह से कितनी ही सभ्यताएं नष्ट हो गई हैं . यह शिकायत करने की बजाए खुद कुछ करने का समय है . हम सभी को इसमें साथ देना होगा क्योकि यह पानी के लिए है | ” सभी छात्राओं और प्रशिक्षकों ने ८०००९८०००९ पर मिस्ड कॉल दिए और नदी अभियान के बारे मैं जागरूकता को आगे फैलाने का संकल्प लिया

ईशा फाउंडेशन के संस्थापक, सद्गुरु ने भारत की तेजी से सूखती नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान छेड़ा है | कोयंबटूर, 10 अगस्त : ’यह कोई विरोध नहीं है। यह कोई आंदोलन नहीं है| यह हमारी सूखती नदियों के बारे में जागरूकता पैदा करने का जन अभियान है। हर कोई जो पानी को इस्तेमाल करता है, उसे नदी अभियान में शामिल होना चाहिए,’ ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने भारतीय नदियों को पुनर्जीवित करने की तत्काल आवश्यकता के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी जन अभियान शुरू करते समय यह बात कही।

जन-जन को जागरूक करने के लिए सद्गुरु कन्याकुमारी से लेकर हिमालय तक खुद गाड़ी चलाते हुए 16 राज्यों से गुजरेंगे। इस अभियान में समाज के हर तबके को शामिल करने के लिए 21 बड़े कार्यक्रम और अनगिनत छोटे-मोटे कार्यक्रम होंगे, जो ऑनलाइन भी होंगे और ऑफ-लाइन भी। अभियान के समर्थन के लिए 13 मुख्यमंत्री नदी अभियान के कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इस रैली को केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री, माननीय डॉ. हर्षवर्धन 3 सितंबर को कोयंबटूर में झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। रैली का समापन 2 अक्टूबर को नई दिल्ली में राजनीति, नीति, व्यवसाय, फिल्म और खेल जगत की हस्तियों की मौजूदगी में होगा।