लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को ट्रिपल तलाक मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है.

मायावती ने कहा कि अब केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि ​वह बिना कोई संकीर्ण व आरएसएस के गुप्त एजेंडे की राजनीति किए मामले में समय सीमा के अंदर कानून बनाए.

मायावती ने कहा कि वैसे तो सुप्रीम कोर्ट के संविधान पीठ के पूरे फैसले का बरीकी से अध्ययन किया जाना बाकी है लेकिन मीडिया से मिली खबर के अनुसार पांच जजों की पीठ ने 3-2 के बहुमत के फैसले से तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया है. इस पर पाबंदी लगाते हुए केंद्र सरकार से इस संबंध में 6 महीने के अंदर कानून बनाने के लिए कहा है.

मायावती ने कहा कि अच्छा होता अगर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड खुद ही पूरी तत्परता के साथ तीन तलाक के मामले में कार्यवाही करता. कोर्ट का मानना है कि इस बुराई की रोकथाम के लिए जिस तत्परता से इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए, वह नहीं की गई. इस कारण कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है.

मायावती ने कहा कि देश में तीन तलाक के मामले में व इसकी आड़ में मुस्लिम महिलाओं का वर्षों से काफी ज्यादा शोषण व उत्पीड़न हो रहा था. इस फैसले का बीएसपी स्वागत करती है.